फतेहाबादः हरियाणा के फतेहाबाद में बिश्नोई समाज ने नामीबिया से लाए गए 8 चीतों के भोजन के लिए 181 चीतल (chital) को छोड़ने के खिलाफ धरना शुरू (Bishnoi society protest in fatehabad) कर दिया है. बिश्नोई समाज के लोग फतेहाबाद सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे गए हैं. उनका कहना है कि बिश्नोई समाज ने हिरणों को बचाने के लिये हमेशा योगदान दिया है.
बिश्नोई समाज के लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM modi) अगर फैसला नहीं बदलते तो राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनावों में बिश्नोई समाज भाजपा को अपनी ताकत दिखायेगा. बिश्नोई समाज ने कहा कि चीतों के भोजन के लिए चीतल को कूनो नेशनल पार्क (Kuno national Park) में छोड़ने से उनकी भावनायें आहत हुई हैं. प्रधानमंत्री को अपना ये निर्णय वापस लेना चाहिये.
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बिश्नोई समाज के लोगों ने भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है. बिश्नोई समाज के सुशील बिश्नोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये निर्णय सरासर गलत है. बिश्नोई समाज हिरणों को बचाता आया है. बिश्नोई समाज के सभी बड़े नेता और एमएलए मीटिंग कर प्रधानमंत्री के इस निर्णय का विरोध करें. उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री पर दबाव बनाएं ताकि वो निर्णय को वापस लें. जिससे बेजुबान जानवरों की जान बच सके. बिश्नोई समाज के लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी इसका असर साफ तौर पर देखने को मिलेगा.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन (PM modi birthday) पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. बताया जा रहा है कि चीतों के भोजन के लिए 181 चीतल को भी कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया. बिश्नोई समाज कई जगह हिरणको पूजा जाता है और उनको सुरक्षित किया जाता है. हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep bishnoi on Chital deer) भी प्रधानमंत्री के इस निर्णय की निंदा कर चुके हैं. इसके खिलाफ बिश्नोई समाज के लोगों ने फतेहाबाद में लघु सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. बिश्नोई समाज के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री इस प्रकार हिरणों की जान नहीं ले सकते.