ABVP के छात्रों के साथ पुलिस ने की धक्का-मुक्की, सांसद बोले- अन्यथा की बात मत करना
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के साथ पुलिस ने सांसद भार्गव और सीएम के पुत्र कार्तिकेय चौहान की मौजूदगी में उस समय धक्का मुक्की कर दी. जब वह अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन देने सांसद के पास पहुंचे थे. पुलिस की अभ्रदता से आक्रोशित होकर छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
भूमिपूजन में कार्तिकेय और सांसद
By
Published : Apr 16, 2023, 10:37 PM IST
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों की मांग
सीहोर।सीएम राइज स्कूल भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने सांसद रमाकांत भार्गव और सीएम शिवराज के बेटे कार्तिकेय चौहान इच्छावर पहुंचे. जहां ज्ञापन सौंपने के दौरान छात्रों ने सांसद भार्गव से कहा कि इछावर महाविद्यालय में कई अव्यवस्थाएं हैं, जिनके निराकरण की मांग संगठन द्वारा लंबे समय से जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारियों से की जा रही है, लेकिन अभी तक किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया है. इससे छात्रों में आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मांगों का निराकरण नहीं किया तो इसके परिणाम भुगतना पड़ेंगे. इस पर सांसद ने कहा कि "अन्यथा की बात मत करना."
सांसद भार्गव और कार्तिकेय चौहान पहुंचे थे इछावर:रविवार को विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय चौहान सीएम राइज स्कूल भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने इछावर पहुंचे थे. कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब कार्तिकेय चौहान और सांसद का काफिला सीहोर के लिए रवाना हो रहा था. इसी दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने थाना मोड़ पर ज्ञापन देने के लिए सांसद के काफिले को रोक लिया. इस दौरान पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए उनके साथ धक्का मुक्की करना शुरू कर दिया. इससे छात्र आक्रोशित हो गए ओर उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया. जैसे-तैसे मामला शांत कराया गया. इस दौरान छात्रों ने सांसद भार्गव को एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि "इछावर कालेज में बीएससी संकाय की कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही है.
सांसद भार्गव को दिया ज्ञापन: छात्रों ने सांसद भार्गव को एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि इछावर कालेज में बीएससी संकाय की कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही है. इसके साथ ही कई मौलिक सुविधाओं का भी अभाव है. इस कारण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. संगठन द्वारा पिछले एक दशक से समस्याओं के निराकरण की मांग जनप्रतिनिधि और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से की जा रही है, लेकिन छात्र छात्राओं की इन जायज मांगों को कोई भी तवज्जों नहीं दें रहा है. छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आगामी चुनाव में सरकार को इसके परिणाम भुगतना पड़ेगा.
यह है प्रमुख मांगे:कालेज में बीएससी संकाय की कक्षाएं आगामी नएं सत्र से प्रारंभ की जाएं. जिले भर में किसी भी कॉलेज में स्थाई प्राचार्य नहीं है. इस कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है. कालेजों में प्राचार्य सहित अन्य रिक्त पड़े पदों की नियुक्ति की जाएं. महाविद्यालय का पूर्व में स्वीकृत किया गया. भवन का निर्माण अभी तक नहीं किया गया है. भवन का निर्माण कार्य तुरंत शुरू कराया जाएं. कालेज में क्रीड़ा अधिकारी की नियुक्ति शीघ्र की जाएं. विद्यालय में कई वर्षों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था नहीं है. शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाएं. आदि मांगें ज्ञापन में की गई है. इस संबंध में थाना प्रभारी ऊषा मरावी का कहना है कि "छात्र सांसद की गाड़ी के सामने खड़े होने का प्रयास कर रहे थे. उन्हें सामने से हटाया गया धक्का मुक्की छात्रों के साथ नहीं की गई है.