सतना। रेलवे के द्वारा सतना से कटनी के बीच रेल विदयुतीकरण का काम किया जा रहा है. इसमें काम करने के लिए प्रयागराज से बड़ी संख्या में मजदूर लाए गए हैं. जिनकी कोरोना से संबधित कोई जांच नहीं की गई है. बिना जांच के सुबह 4 बजे इन मजदूरों को मैहर में उतारा गया. आते ही ठेकेदार ने इन्हें काम पर भी लगा दिया. मामले की जानकारी मिलते ही आरपीएफ ने इन मजदूरों को रेल के डिब्बे में ही बंद कर दिया. इस दौरान कई घंटे तक मजदूर रेल के डब्बे के अंदर ही रहे. जिन्हें बाद में जांच और क्वॉरेंटाइन करने की बात कही गई है.
बिना जांच के प्रयागराज से मैहर लाए गए मजदूर, रेलवे पुलिस ने किया क्वॉरेंटाइन - railway electrification
सतना में रेलवे प्रशासन की एक बार फिर लापरवाही सामने आई है. जहां रेलवे के विद्युतीकरण के लिए मजदूरों को प्रयागराज से मैहर लाया गया. इस दौरान ऩ उनकी किसी तरह की जांच हुई और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. हालांकि मामला प्रकाश में आने के बाद रेलवे पुलिस ने इन्हें क्वॉरेंटाइन करने की बात कही है.
बिना जांच के प्रयागराज से सतना लाए गए मजदूर
बता दें कि, एक ओर पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, फिर भी प्रशासन द्वारा लगातार लापरवाही की जा रही है. पहले इंदौर से बिना जांच के कोरोना संक्रमित कैदियों को केंद्रीय जेल लाया गया, फिर इंदौर से कुछ 13 लोग फर्जी पास बनवाकर सतना में प्रवेश कर गए. प्रशासन के ठुलमुल रवैये से कोरोना संक्रमण से अछूते जिलों मे भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.