सतना। रैगांव विधानसभा (Raigaon Assembly By-Election) में होने वाले उपचुनाव में किसके घर दिवाली पर लक्ष्मी आएगी यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन मतदान से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. भाजपा के दिवंगत विधायक जुगल किशोर बागरी (Jugal Kishore Bagri) के निधन से यह सीट खाली हुई है. इस सीट पर त्रिकोणीय समीकरण रहा है. जातीय समीकरण के अनुसार अनुसूचित जाति (scheduled caste seat) के लिए आरक्षित सीट है. यहां भाजपा-कांग्रेस का सबसे ज्यादा पलड़ा भारी रहा है.
1977 में हुआ था सीट का गठन
मध्यप्रदेश के सतना जिले के रैगाव विधानसभा सीट का गठन सन 1977 में हुआ. रैगांव विधानसभा सीट (Raigaon Assembly Seat) पर अब तक 10 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इस सीट पर 5 बार बीजेपी और 2 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है, जबकि एक बार बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने अपना कब्जा जमाया था. इसके अलावा 2 बार अन्य दलों का भी कब्जा रहा है. ऐसे में रैगांव सीट पर बीजेपी की जीत का प्रतिशत सबसे अधिक रहा. वहीं कांग्रेस का मार्जिन भी कुछ कम नहीं है. यह वजह है कि रैगांव विधानसभा सीट बीजेपी के सूबे वाली सीट मानी जाती है.
अब तक 10 बार हुए विधानसभा चुनाव
चुनाव वर्ष | जीतने वाला प्रत्याशी | हारने वाला प्रत्याशी | ||
नाम | पार्टी | नाम | पार्टी | |
1977 | विश्वेश्वर प्रसाद | जनता पार्टी | रामाश्रय प्रसाद | कांग्रेस |
1980 | रामाश्रय प्रसाद | कांग्रेस | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी |
1985 | रामश्रय प्रसाद | कांग्रेस | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी |
1990 | धीरेंद्र सिंह 'धीरू' | जनता दल | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी |
1993 | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी | राम बहरी | बसपा |
1998 | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी | उषा चौधरी | बसपा |
2003 | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी | उषा चौधरी | बसपा |
2008 | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी | उषा चौधरी | बसपा |
2013 | ऊषा चौधरी | बसपा | पुष्पराज बागरी | बीजेपी |
2018 | जुगल किशोर बागरी | बीजेपी | कल्पना वर्मा | कांग्रेस |
रैगांव में बने 266 मतदान केंद्र
उपचुनाव रैगांव विधानसभा क्षेत्र में 30 अक्टूबर को मतदान (Raigaon Voting) और 2 नवंबर को मतगणना की जाएगी. जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विधानसभा रैगांव के उपचुनाव कोविड प्रोटोकॉल के दायरे में होंगे. अभी विधानसभा क्षेत्र में कुल 266 मतदान केंद्र हैं. कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) के तहत अधिक मतदाता संख्या वाले 47 मतदान केंद्र के सहायक केन्द्र सहित भारत निर्वाचन आयोग के अनुमोदन उपरांत कुल 313 मतदान केंद्र बनाए जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि 210 परिसरों में कुल 313 मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं.