सतना।सफेद शेरों की धरती विंध्य क्षेत्र सतना जिले के मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में चार सालों के अंदर चार बाघ और पांच शावकों की मौत हो चुकी हैं. चिड़ियाघर में हो रही लगातार टाइगर की मौत ने वन प्रबंधन की टीम पर सवालिया निशान खड़ा कर दिये हैं. हाल ही में आठ टाइगर चिड़ियाघर में बचे हुए थे. जिनमे से दो की मौत संक्रमण की वजह से हो गई. मौजूदा वक्त में चिड़ियाघर के अंदर छह टाइगर जीवित अवस्था में है.
व्हाइट टाइगर सफारी में बाघों की मौत बैक्टीरियल अटैक से दो बाघों की मौत
व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू में पिछले नौ दिनों के अंदर दो नर बाघों की मौत हुई है. पहला 23 दिसंबर साल 2020 में सात साल के सफेद नर बाघ गोपी की मौत हो गई. दूसरा 31 दिसंबर यानी 9वें दिन नर बाघ बंगाल टाइगर नकुल की आकस्मिक मौत हुई. वहीं दो अन्य व्हाइट टाइगर चिड़ियाघर में संक्रमण के शिकार में हैं. जानकारी के मुताबिक टाइगर सफारी के वन्य प्राणियों में बैक्टीरियल अटैक होने की संभावना है. वन्य प्राणियों में परजीवी (पैरासाइट) किस्म के बैक्टीरियल अटैक की आशंका ने वन विभाग के आला अफसरों की नींद उड़ा दी है.
एक नजर मौत के आंकड़ों पर-
- चार सालों में 4 बाघ और 5 शावकों सहित 9 मांसाहारी वन्य प्राणियों की मौत हो चुकी हैं.
- मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी चिड़ियाघर में 6 टाइगर जीवित अवस्था में बचे हैं.
- चिड़ियाघर में बंगाल टाइगर नकुल के साथ भिड़ंत में वाइट टाइगर राधा मारी गई थी. यह पहली मौत थी. राधा के मैत्री बाघ भिलाई से आई थी.
- साल 2016 में उमरिया की घुनघुटी जंगल से रेक्यू ऑपरेशन कर लाये गये एक बाघ की तकरीबन चार साल में मौत हो गई थी.
- बिलासपुर के कानन पेंडारी से लाए गए, लायन के जोड़े में से फीमेल लायन जैस्मिन ने 2019 में 3 शावकों को जन्म दिया था जिनकी महज 7 दिन के अंदर मौत हो गई थी.
- लगभग 3 माह पहले भी लायन जैस्मिन ने 2 शावकों को जन्म दिया था उन्हें भी नहीं बचाया जा सका था.
- उसके बाद 2 माह पूर्व ऊंचेहरा की धनिया बीट से रेक्यु कर लाये गए एक पेंथर की भी मुकुंदपुर चिड़ियाघर में दूसरे दिन ही मौत हो गई थी.
- उल्लेखनीय हैं कि 4 साल पहले एक तेंदुए ने नाईट हॉउस का रोशनदान तोड़कर भाग गया है.