सतना। जिले में वैश्य समाज द्वारा चलाई जा रही रसोई कोरोना के सताए हुए गरीबों के लिए मसीहा बनी हुई थी. जिसमें गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन बनाया जाता था और उन तक पहुंचाने का काम किया जाता था. इसी रसोई का रविवार को समापन किया गया.
वैश्य समाज रसोई का हुआ समापन, कोरोना काल में गरीबों के लिए बनी मसीहा
सतना जिले में कोरोना काल में गरीबों की मदद के लिए वैश्य समाज द्वारा चलाई जा रही रसोई का रविवार को समापन किया गया. बता दें कि देश में लॉकडाउन लगने के बाद से ही रसोई प्रतिदिन हजार व्यक्तियों का खाना बनाया जाता था और इसके पैकेट बनाकर गरीब एवं जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता था.
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन जारी किया गया है. जिससे गरीब और दिहाड़ी मजदूरों की रोजमर्रा की जिंदगी पर काफी असर पड़ा है. कोरोना महामारी के चलते जहां एक ओर पूरा देश घरों में कैद हो गया है. वहीं लॉकडाउन के चलते गरीबों की रोजी-रोटी चलाने वाले संसाधन भी बंद हो गए हैं. वहीं कई समाजसेवी सहित कई समाजसेवी संस्थाएं मजदूरों की मदद के लिए आगे आईं थीं. इसी के चलते जिसे की वैश्य समाज द्वारा चलाई जा रही रसोई भी कोरोना काल में गरीबों के लिए सहायक सिद्ध हुई.
वैश्य समाज की रसोई में प्रतिदिन हजार व्यक्तियों का खाना बनाया जाता था और इसके पैकेट बनाकर गरीब एवं जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाता था. लॉकडाउन में गरीबों को भूखा ना रखने के लिए इन समाजसेवियों ने वैश्य रसोई के माध्यम से गरीबों के बीच भोजन बांटने का काम शुरू किया था, जिसका रविवार को समापन किया गया. इस मौके पर सतना जिला कलेक्टर अजय कटेसरिया जिले के सांसद गणेश सिंह सहित वैश्य समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे.