सतना। कोरोना संक्रमण के मौजूदा दौर में जब पूरा देश स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में लगा हुआ और अच्छी सुविधाओं के नाम पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये जा रहे हैं, ऐसे में प्रदेश के सतना जिले में यही स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर न मिलने से एक बच्ची को अपनी जान गवानी पड़ी. मासूम बच्ची की मौत स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह रवैये की वजह से हो गई. बीमार बच्ची का पिता गुहार लगाता रहा लेकिन न तो समय पर एम्बुलेंस पहुंची और न ही उसे सही इलाज मिल पाया, आखिर में दो साल की मासूम अव्यवस्था की शिकार बन कर मौत के मुंह मे समा गई.
6 घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस न अस्पताल में डॉक्टर मौजूद
जानकारी के अनुसार रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गौहारी निवासी राम बहोर चौधरी की 2 साल की मासूम बेटी की मौत शनिवार को स्वास्थ्य अमले की लापरवाही और संवेदनहीनता के कारण हो गई. राम बहोर ने बताया कि उसकी बेटी की तबियत खराब थी, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही, उसके फेफड़े सांस लेने में आवाज कर रहे थे, लॉक डाउन के कारण कोई वाहन नही मिल रहा था इसलिए सुबह 6 बजे उसने 108 एम्बुलेंस बुलाने के लिए फोन किया, वह बार बार फोन करता रहा और हर बार उसे यही जवाब मिलता रहा कि एम्बुलेंस 10 मिनट में पहुंच रही है.