सतना जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही! महिला को भर्ती ना कर चेकअप के लिए भेजा, कचरे के ढेर में हुई डिलेवरी - प्रसव पीड़ा को किया नजरअंदाज
Birth in Garbage: सतना जिला अस्पताल से बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां महिला को भर्ती ना कर चेकअप के लिए भेजा दिया गया. इसके बाद महिला ने कचरे के ढेर में बच्चे को जन्म दिया.
सतना।जिला अस्पताल का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक प्रसूता ने कचरे के ढेर में नवजात शिशु को जन्म दिया. मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसके बाद प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल खुल गई. विडियो सामने आते ही जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने संबंधित डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
प्रसव पीड़ा को किया नजरअंदाज:एक तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन इन दावों की जमीन हकीकत की कुछ और ही बयां कर रही हैं. हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के सतना जिला चिकित्सालय की, जहां प्रसव पीड़ित महिला का एक बड़ा मामला सामने आया है. दरअसल शनिवार की सुबह सतना शहर के जवाहर नगर गली नंबर 5 की निवासी रोशनी कुशवाहा पति नीरज कुशवाहा प्रसव पीड़ा होने पर सतना जिला चिकित्सालय तकरीबन 11:00 बजे पहुंची, जैसे ही अस्पताल के अंदर पहुंची तब लेबर पेन होने पर डॉक्टर को दिखाया, इसके बाद वह डिलीवरी वॉर्ड में पहुंच गई. इस दौरान डिलीवरी वॉर्ड में मौजूद डॉक्टर और स्टॉफ नर्स ने महिला के प्रसव पीड़ा को नजरअंदाज करते हुए उसे यूरिन टेस्ट के लिए अस्पताल से बाहर की ओर लौटा दिया.
जैसे ही महिला बाहर जा रही थी, तभी गायनिक ओपीडी के पास बने कलेक्शन सेंटर के सामने पहुंची प्रसूता की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और उसने कचरे के ढेर पर नवजात शिशु को जन्म दिया. इसके बाद आस-पास मौजूद लोगों ने अस्पताल के स्टाफ को सूचना दी, तब अस्पताल का स्टाफ मौके पर पहुंचा और नवजात शिशु का नाड़ा काटकर प्रसूता को अस्पताल के अंदर उपचार के लिए ले जाया गया.
डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ नोटिस जारी:प्रसूता का कचरे के ढेर में नवजात शिशु को जन्म देने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. हालांकि प्रसूता और नवजात शिशु दोनों स्वास्थ्य है, वहीं एक बड़ी घटना होने से टल गई, लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टर स्टाफ की बड़ी लापरवाही उजागर हो रही है. अक्सर जिला अस्पताल के डिलीवरी वॉर्ड में ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन जिम्मेदार मौन बैठे हुए हैं. वहीं इस मामले पर अब मीडिया की दखल के बाद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एल के तिवारी ने डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए कार्रवाई की बात कही है और उन्होंने इस बात को कुछ स्वीकार किया है कि यह एक बड़ी लापरवाही है और इसमें कार्रवाई अवश्य की जाएगी.