चित्रकूट में दिखी बाघों की आवाजाही सतना। चित्रकूट से सटे जंगलों में बाघों का मूवमेंट लगातार बढ़ता जा रहा है. बाघ लगातार सड़कों और जंगलों में दिखाई दे रहे हैं. कभी सड़क पार करते तो, कभी सड़क किनारे पेड़ों और झाड़ियों के बीच बाघ अठखेलियां करते अक्सर दिखाई दे जाते हैं. टाइगर्स का यह मूवमेंट पर्यटकों के लिए बेहद खुशी वाला होता है. राहगीरों ने इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया है और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है.
बाघों के मूवमेंट से पर्यटक खुश: चित्रकूट क्षेत्र से सटे मझगवां, सरभंग मुनि आश्रम, धारकुंडी के जंगलों में बाघों का मूवमेंट लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में कई बाघ यहां पर देखे जा चुके हैं. वन विभाग के अनुसार, करीब 15 बाघ इस क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं. चित्रकूट के इन जंगलों के लिए वन अभ्यारण्य केंद्र बनाए जाने को लेकर डीएफओ ने सरकार को पत्र भी लिखा है, ताकि इस क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सके और आने-जाने वाले राहगीर भी सतर्क रह सकें.
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राहगीरों को सावधानी बरतने की जरूरत: सोमवार फिर वनराज बाघ धारकुंडी क्षेत्र के अमुआ बांध के पास सड़क पार करते हुए दिखाई दिये. बीते दिन भी चमराहुआ नाला के पास वनराज दिखाई दिये थे. इसके पहले भी कई बार बाघों का अलग-अलग मूवमेंट लोगों को देखने को मिलता रहा है. वन विभाग की टीम भी लगातार यहां पर सर्चिंग करती रहती है. लोगों से यह अपील कर रही है कि सड़क पार करते समय सावधानी जरूर बरतने की आवश्यकता है और वाहनों को धीरे चलाने के निर्देश हैं. ताकि किसी भी जंगली जानवर को नुकसान ना हो सके.
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वन अमला लगातार कर रहा मॉनीटरिंग:वन विभाग के डीएफओ विपिन पटेल का कहना है कि, मझगवां क्षेत्र के सरभंगा अभ्यारण का प्रपोजल शासन को भेजा जा चुका है. चित्रकूट का अधिकांश क्षेत्र मझगवां सरभंगा अभ्यारण्य के लिए प्रस्तावित है, उसमें लगभग 10 से 12 टाइगर का मूवमेंट है. नियमित रूप से वहां पर वन अमले द्वारा मॉनीटरिंग भी की जाती है. इसके साथ ही सभी को सतर्क भी किया जाता है.