सतना। विंध्य क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके डकैत बबली कोल और उसके साथी लवलेश कोल को सतना पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. बबली कोल के मारे जाने के बाद ईटीवी भारत ने सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि बबली कोल के गिरोह ने भी पुलिस पर फायरिंग की थी. लेकिन हमारी तैयारी पूरी थी.
आतंक का पर्याय रहे बबली कोल का एनकाउंटर करने वाले एसपी से सीधी बात - Lovelesh Cole
एमपी और यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका कुख्यात डकैत बबली कोल और उसके साथी लवलेश कोल को सतना पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया. इसके बाद ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम के पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
रियाज इकबाल ने बताया कि जिले के धारकुंडी थाना क्षेत्र में मुखबिर से सूचना मिली की डकैत बबली कोल अपने साथियों के साथ जंगल में है. जिसके बाद पुलिस ने उन्हे घेर लिया. दोनों तरफ से जोरदार फायरिंग हुई. पुलिस ने 35 राउंड फायर किए वहीं डकैतों के तरफ से 16 राउंड के लगभग फायरिंग हुई. इस मुठभेड़ के बीच पुलिस ने दो इनामी डकैतों को मार गिराया.
पुलिस ने डकैत बबली कोल के पास दो राइफल और खाने-पीने की सामग्री बरामद की है. बबली कोल पूरे प्रदेश में एक सूची बंद डकैत था. इसके खिलाफ 100 से अधिक लूट, अपहरण, हत्या जैसे मामले दर्ज हैं. लेकिन इस दौरान गिरोह के चार अन्य लोग भागने में कामयाब हो गए. जिनको पकड़ने के लिए पुलिस की सर्चिंग टीम काम कर रही है. इस आपरेशन में कुल 50 लोगों की चार टीम काम कर रही थी. पुलिस के साथ एसएएफ और डीएफ के जवान भी शामिल है.