सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में गुरुवार से बाद इन वस्त्रों को बच्चों को दान करने की शुरुआत जिले के मझगवां विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य पटनी गांव से की गई. इसके अलावा कानपुर, देवलहा ग्राम में भी बच्चों को वस्त्र दान किए गए. यह वस्त्र 1 से 18 साल तक के बच्चों को दान किए गए हैं, वस्त्र पाकर बच्चों एवं उनके परिजनों के चेहरे खुशियों से खिल उठे. बाल वस्त्र दान अभियान के नवाचार की शुरुआत में जिलेभर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहर वासियों का भरपूर सहयोग मिला. (satna bal vastra dan abhiyaan)
सतना कलेक्टर की पत्नी का नवाचार, लोगों से खुद मांगे गर्म कपड़े फिर गरीब बच्चों को बांटे ताकि कोई ठंड में परेशान न हो - सतना वस्त्र दान अभियान
सतना में जिला कलेक्टर की पत्नी ने एक नवाचार शुरु किया है. इसके तहत कलेक्टर की पत्नी ने गरीब एवं निर्धन बच्चों के लिए वस्त्र दान किए. इस अभियान की शुरुआत जिले के मझगवां विकासखंड के ग्रामीण इलाकों से की गई. इससे पहले सितंबर से वस्त्रों को एकत्रित करने और लोगों से कपड़े दान में मांगने की शुरुआत की गई थी. जिसमें 20 हजार वस्त्र एकत्रित हुए थे. (satna bal vastra dan abhiyaan) (satna collector wife started new initiative)
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ताकि कोई ठंड में परेशान न हो: गौरतलब है कि सतना जिले में जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा की पत्नी नेहा चौधरी वर्मा ने जिले के आंचलिक क्षेत्रों में गरीब और निर्धन बच्चों को सर्दियों को देखते हुए इस नवाचार की शुरुआत की है. कलेक्टर की पत्नी ने इसे बाल वस्त्र दान अभियान नाम देकर एक टीम बनाई है. टीम में बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास से जुड़कर 25 सितंबर को सतना जिले में बाल वस्त्र एकत्रित करने की शुरुआत की गई. 31 अक्टूबर तक करीब 20 हजार वस्त्रों को जिले भर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहरवासियों से संग्रहित किया गया. जिन्हें ग्रामीण इलाकों में गरीब बच्चों को बांटा जा रहा है.(satna collector wife) (satna collector wife started new initiative) (donated clothes for poor children in satna)