खरगोन। जिले के मण्डलेश्वर नगर परिषद के सफाई कर्मियों की हड़ताल का असर पहले दिन से ही दिखना शुरू हो गया है. नगर के मुख्य मार्गों पर जगह- जगह कचरों का ढेर दिखाई देने लग है. वही सोमवार को हाट खत्म होने के बाद, कचरे के ढेर में और ज्यादा इज़ाफ़ा हो गया. सब्जी विक्रेता अपनी बची हुई सब्जियां या छिलके वही छोड़ कर चले जाते हैं. इसके साथ ही सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते सोमवार को देर शाम हाट खत्म होने के बाद कचरा नहीं उठा, जिससे उक्त दोनों वार्डो के साथ- साथ नगर में भी कचरे के ढेर दिखाई दे रहे हैं. कुछ जनप्रतिनिधियों ने हड़ताल समाप्त करवाने के लिए सफाईकर्मियों से चर्चा की पहल भी की, लेकिन कोई हल नहीं निकला और सफाईकर्मी वेतन भुगतान की मांग पर अड़े हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सफाईकर्मियों की हड़ताल को लेकर सोशल मीडिया पर पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटे हैं.
खरगोन में सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी कुछ वार्ड में स्थिति हुई गंभीर
सभी वार्डों में सफाई न हो पाने के चलते स्थिति गंभीर होती जा रही है. वार्ड क्रं 2, 3, 4, 5 और 10 के रहवासियों को सबसे ज्यादा तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. वार्ड 2, 3 और 10 के रहवासी सोमवार को लगने वाले सब्जी के हाट बाजार और मीट बाजार से परेशान है. इसके साथ ही कुछ रहवासियों ने बताया कि, नाले की सफाई न होने के कारण वार्ड में बीमारियां फैल रही हैं और अब नियमित सड़कों पर फैले कचरे की सफाई नहीं होगी, तो मीट बाजार के फैले कचरे से गंदगी और बढ़ेंगी.
बता दें की आज से ढाई साल पहले जब नगर परिषद के चुनाव सम्पन्न हुए थे, तब भाजपा ने भारी बहुमत के साथ परिषद पर कब्जा किया था. तब राज्य में भाजपा की सरकार थी, 2018 के अंत मे सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी और मण्डलेश्वर नगर परिषद के बुरे दिन शुरू हो गये. विधानसभा चुनाव के 1 साल बाद स्थिति ये है की, परिषद के पास छोटे- छोटे खर्चो को लिए मदद उपलब्ध नहीं है. दोपहर में मंत्री प्रतिनिधि यशवन्त तवर खरगोन पहुंचे और उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया की, आपकी बात से मंत्री डॉ. साधौ को अवगत करा दिया जाएगा.
वही प्रभारी सीएमओ ने कहा की, सफाईकर्मियों की समस्त मांगों को शासन के पास भेज दिया गया है और वहां से जवाब अपेक्षित है, सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है.