सतना। मेरा वोट मेरा अधिकार, लोकतंत्र में वोट डालने की कीमत को सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पड़री के उड़ेली गांव के लोग बेहद अच्छी तरह समझते हैं. अपना वोट डालने के लिए 15 से 20 किलोमीटर का सफर तय करना कोई आसान बात नहीं है, बावजूद इसके ये आदिवासी बीहड़ और दुर्गम रास्तों पर चलकर अपना वोट डालने जाते है लेकिन इनकी ये परेशानी प्रशासन को दिखाई नहीं देती जिसके चलते इन्होंने इस लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालने का फैसला किया है.
चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़री के अंतर्गत 8 गांव आते हैं,जिसमें लगभग 1889 वोटर हैं, विधानसभा चुनाव 2018 के समय भी यहां के 2 पोलिंग बूथ में 1108 वोट पड़े,जबकि 781 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग ही नहीं कर पाए थे.बावजूद इसके सरकार मतदान प्रतिशत बढा़ने के दावे करती है लेकिन चित्रकूट विधानसभा की इसकी असलियत बयां करती है