सतना।कोरोना काल के चलते हुए लॉकडाउन की वजह जिले के कई छात्र और कामगार इंदौर और भोपाल में फंसे हुए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन ने इन्हें वापस लाने के लिए बसों का इंतजाम किया है. जिसके बाद 10 बसों को इंदौर और भोपाल भेजा गया. इन बसों से करीब 700 लोगों को वापस लगाया है. जिसमें ज्यादातर छात्र शामिल थे. 5 बसें देर सतना पहुंची. जिन्हें सिविल लाइन चौपाटी में रोका गया और सभी लोगों का हेल्थ चेकअप हुआ.
भोपाल और इंदौर फंसे थे सतना के लोग, बसों से लाया गया वापस
इंदौर और भोपाल में रहने वाले सतना जिले के छात्रों और दूसरे कामगारों को बसों के जरिए वापस लाया गया है.
सांसद गणेश सिंह ने बताया कि इंदौर और भोपाल में फंसे हुए लोग लगातार अपील कर रहे थे कि उन्हें यहां से निकालकर अपने घर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. लिहाजा जिला प्रशासन की तरफ से ये व्यवस्था की गई. इंदौर से लौटने के बाद सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. यहां से उनके गांव कस्बों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है. अपने घर पहुंचकर लोगों ने राहत की सांस ली है. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. साथ ही स्थानीय सांसद गणेश सिंह को धन्यवाद भी दिया.
बता दें इंदौर और भोपाल प्रदेश के सबसे संक्रमित शहरों में शामिल है. इन दोनों शहरों में संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 2700 है. जिसमें करीब 19 सौ कोरोना संक्रमित इंदौर में हैं.