सतना। कोरोना महामारी से देश लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन इस लड़ाई को जीतने के लिए किया गया लॉकडाउन मजदूरों के लिए बड़ा संकट बन गया है, अन्य राज्यों में फंसे मजदूर अपने घर जाने के लिए सैकड़ों मील पैदल चल रहे हैं. ऐसे में सतना जिले में सुबह से सिविल लाइन चौराहे के किनारे सड़क पर पड़े मजदूरों का गुस्सा सरकार पर फूट पड़ा और मजदूर नेशनल हाइवे जाम करने लगे.
प्रवासी मजदूरों ने नेशनल हाइवे किया जाम, प्रशासन ने कराया शांत - मजदूरों ने हाईवे जाम किया
लॉकडाउन की वजह से मजबूर मजदूरों ने नेशनल हाइवे जाम करने की कोशिश की, जिसकी सूचना मिलते ही तहसीलदार और सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और मजदूरों को शांत कराया.
![प्रवासी मजदूरों ने नेशनल हाइवे किया जाम, प्रशासन ने कराया शांत National Highway jammed by workers from outside in Satna](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7210321-872-7210321-1589542041142.jpg)
जाम की सूचना मिलते ही तहसीलदार और सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंचकर मजदूरों को शांत कराया. ये सभी मजदूर अन्य राज्यों से विभिन्न साधनों से आये हुए हैं और इनमे से कुछ मजदूर ग्वालियर, भिंड, झांसी के अलावा सतना जिले के अलग-अलग स्थान के हैं. करीब 50 से अधिक मजदूर सिविल लाइन चौराहे पर सड़क किनारे पड़े हैं, मजदूरों ने सरकार पर गंभीर आरोप लागए हैं. उनका कहना है कि सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर रही है. सिर्फ बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं, लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है.
तहसीलदार मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि ये सभी मजदूर अन्य राज्यों के साथ सतना जिले के अलग अलग जगह के हैं. सतना जिले के मजदूरों को उनके गंतव्य तक छोड़ने की व्यवस्था कराई जा रही है, लेकिन अन्य राज्य के मजदूरों के लिए हमारे पास कोई व्यवस्था नहीं है. इन्हें बॉर्डर तक छोड़ने की व्यवस्था की जाएगी और मजदूरों का खाना नहीं मिलने का आरोप निराधार है, प्रशासन खाने की व्यवस्था लगातार कर रहा है.