सतना।नगर निगम द्वारा शहर के टिकुरिया टोला इलाके के पास लगी बस्ती के बीच कचरे का डंपिंग यार्ड बना दिया गया है. कचरे के इस डंपिंग यार्ड की वजह से आसपास के करीब 5 वार्डों में रहने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यह डंपिंग यार्ड नगर निगम सीमा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 43 के अंतर्गत बनाया गया है, जिससे लगे 5 वार्ड, वार्ड नंबर 22, 23, 43, 44, 45 के वार्ड वासियों को अब जीना मुहाल हो चुका है.
बीच शहर में हजारों टन कचरे से भरा डंपिंग यार्ड
बता दें कि पूरे शहर का हजारों टन कचरा इस डंपिंग यार्ड में रखा गया है. कचरे के डंपिंग यार्ड से निकलने वाली दुर्गंध के कारण आसपास के वार्ड वासियों का दम घुटने लगा है. वहीं, इस कचरे को आवारा पशु न सिर्फ खा रहे हैं, बल्कि और आगे तक फैला भी रहे हैं, जिसे कोई देखने-सुनने वाला नहीं है, आम इंसान तो ठीक अब आवारा पशु भी इस डंपिंग यार्ड की चपेट में आ रहे हैं. इससे भी बड़ी समस्या की बात ये है कि कोरोना महामारी के दौरान यह डंपिंग यार्ड घनी आबादी के बीच बना हुआ है.
झुग्गी-झोपड़ी वालों का सांस लेना मुश्किल
देशभर में फैले कोरोना संक्रमण के बीच कचरे का संक्रमण भी आने वाले दिनों में एक विकराल रूप ले सकता है. अगर इसकी वजह से आसपास के इलाके में संक्रमण फैला दो लोगों को जीना मुहाल हो जाएगा, डंपिंग यार्ड से लगे आसपास के झुग्गी झोपड़ी वाले भी हैं बेहद परेशान हैं. उनकी मानें तो वह बेहद गरीब है और ऐसे में उनके पास तो रहने के लिए मकान तक नहीं है. किसी तरीके से झुग्गी झोपड़ी बनाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. लेकिन यह डंपिंग यार्ड गरीबों के लिए एक मुसीबत बना हुआ है.