मैहर।आम जनता व किसानों का 3 हजार बिजली का बिल बाकी होने पर कनेक्शन काट दिया जाता है, लेकिन सरकारी कार्यालयों पर 10 से 15 लाख रुपए की रिकवरी है. इसके बाद भी आज तक कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई तो दूर विभाग ने इस बारे में सोचा तक नहीं. मैहर और अमरपाटन डिवीजन को मिलाकर लगभग 3 करोड़ से अधिक राशि सरकारी कार्यालयों पर बकाया है. इसके बाद भी किसी भी कार्यालय की बिजली काटने का साहस विभाग के अफसरों ने नहीं दिखाया.
उल्लेखनीय है कि बिजली विभाग ने मैहर और अमरपाटन डिवीजन के 100 बड़े बकायादारों की सूची तैयार की है. जिसमें लगभग सभी विभागों का नाम शामिल है. कमाल की बात यह है कि रेल विभाग भी बिजली विभाग के बकायादार वाली सूची में शामिल है. यहां मैहर का रेलवे स्टेशन तीन कनेक्शनों के साथ लगभग 15 लाख रुपए का बकाया है. आखिर क्या वजह है कि बिजली विभाग के अधिकारी यहां के प्रबंधक तक वसूली के लिए एक पत्र नहीं भेज पाए. इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करना तो दूर कनेक्शन कटौती का दिखावा भी नहीं हुआ.
रेलवे स्टेशन मैहर के हैं तीन कनेक्शन:बिजली विभाग की सूची के मुताबिक मैहर रेलवे स्टेशन में तीन अलग-अलग कनेक्शन ले रखे हैं. पहले कनेक्शन पर एलवी टू कैटेगरी का टैरिफ लागू है. जिस पर 9 लाख 44 हजार 290 रुपए है, दूसरा कनेक्शन भी एलवी टू कैटेगरी का है. जिस पर 2 लाख 68 हजार 311 रुपए बकाया है. इसी प्रकार से रेलवे स्टेशन का तीसरा कनेक्शन भी एलवी टू कैटेगरी टैरिफ का है. जिस पर 2 लाख 51 हजार 954 रुपए देनदारी है. इसके अलावा मैहर में पीडब्ल्यूडी, एसडीओ टेलीफोन ऑफिस, एसडीओ पीएचई और पुलिस अधीक्षक भी बकायादारों की सूची में शामिल हैं. मैहर क्षेत्र का कुल बकाया 1 करोड़ 51 लाख 18 हजार 866 रुपए है.
सीमेंट फैक्ट्री का भी बिजली बिल बकाया: मैहर के नामी कंपनी अल्ट्राटेक मैहर सीमेंट का भी बिजली बिल 8 लाख 77 हजार 472 रुपए तो वही केजेएस लिमिटेड के अंगार भदनपुर का 1 लाख 79 हजार 740 रुपए बकाया है.