सतना। भारतीय आस्था और धर्म के प्रतीकों में प्राचीन धार्मिक स्थलों की लंबी कतार है. उन्हीं धार्मिक स्थलों में एक ऐसा तीर्थ स्थल है, जहां भगवान राम का 84 कोशीय तपोवन क्षेत्र है. बात हो रही है 'चित्रकूट धाम' की. मध्य प्रदेश के बॉर्डर से लगे उत्तर प्रदेश के चित्रकूट की नैसर्गिक सुंदरता ईश्वर की अनुपम देन है, जो बरबस ही लोगों का मन मोह लेती है. विंध्य पर्वत और वनों से घिरा चित्रकूट कई घाटों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जिस वजह से सालभर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
चित्रकूट मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 38.2 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. यहां की शांति और नैसर्गिक सुंदरता श्रद्धालुओं का मन मोह लेती है. चित्रकूट को 'अनेक आचार्यों की पहाड़ी' भी कहा जाता है. चित्रकूट धाम में पांच गांव कर्वी, सीतापुर, कामता, कोहनी और नयागांव का संगम है. भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में चित्रकूट को भी प्रमुख माना जाता है.
कई कथाएं हैं प्रचलित
⦁ चित्रकूट 'चित्र+कूट' शब्दों के मेल से बना है. संस्कृत में चित्र का अर्थ अशोक और ऊंट का अर्थ शिखर या चोटी होता है. कहा जाता है कि इस वन में अशोक के पेड़ ज्यादा थे, इसलिए इसका नाम चित्रकूट पड़ा.
⦁ लोगों का मानना है कि भगवान राम देवी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ चित्रकूट के घने जंगलों में वनवास के दौरान साढ़े ग्यारह साल ठहरे थे.
⦁ वहीं ये भगवान राम का 84 कोशीय तपोवन क्षेत्र भी है. माना जाता है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने चित्रकूट में ही सती अनुसुईया के घर में जन्म लिया था.
⦁ यहां ही ऋषि अत्री और सती अनुसुइया ने ध्यान भी लगाया था.
⦁ श्रद्धालुओं का मानना है कि वनवास के दौरान कामदगिरि पर्वत पर भगवान राम, सीता और लक्ष्मण रहते थे.
चित्रकूट के सुंदर ऊंचे-ऊंचे पर्वत, कल-कल बहते झरने, घने जंगल, चहकते पक्षियों की आवाज और बहती नदियां श्रद्धालुओं को नैसर्गिक सुंदरता से बांधे रखती है.
मंदाकिनी के तट पर रामघाट
मंदाकिनी नदी के तट पर बना रामघाट घाट वह घाट है, जहां प्रभु श्री राम स्नान किया करते थे. इस घाट पर गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिमा भी है. रामघाट में गेरुआ वस्त्र धारण किए साधु-संतों की भजनों की कड़ी लगातार चलती रहती है. वहीं घाट में अनेक धार्मिक आयोजन होते रहते हैं.
जानकी कुंड
रामघाट से 2 किलोमीटर की दूरी पर है जानकी कुंड. माना जाता है कि माता सीता यहां स्नान करती थी. जानकी कुंड के समीप ही राम-जानकी रघुवीर मंदिर और संकट मोचन मंदिर भी है.