सतना। मैहर सिविल अस्पताल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की मनमानी के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों का आरोप है कि यह अस्पताल न होकर निजी नर्सिंग होम ज्यादा लगाता है. अस्पताल में सीएमएचओ डॉ. एके अवधिया के अलावा उनकी पत्नी, उनका बेटा सहित उनकी बहू भी इसी अस्पताल में पदस्थ हैं.
खुद ICU में मैहर सिविल अस्पताल, मरीजों ने डॉक्टरों पर लगाया मनमानी का आरोप
मैहर सिविल अस्पताल की मनमानी के आरोप यहां आने वाले मरीज और उनके परिजन लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि सीएमएचओ डॉ. एके अवधिया के परिवार के चार सदस्य यहां कार्यरत हैं. इसी के चलते अवधिया परिवार की मनमानी बढ़ती जा रही है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
मैहर अस्पताल के डॉ. एके अवधिया के परिवार की मनमानी के चलते अस्पताल के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि डॉ. अवधिया की पत्नी डॉ. सत्यभामा अवधिया पिछले 20 सालों से मैहर अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ के तौर पर पदस्थ हैं. उनका बेटा सुदीप अवधिया भी मैहर अस्पताल में ही पदस्थ है. बहू अलका अवधिया निःशुल्क सेवार्थ रोजाना अस्पताल में ही मौजूद रहती हैं. जिसके चलते डॉ. अवधिया के परिवार की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है.
बीते दिनों डॉ. सत्यभामा की लापरवाही के चलते एक गर्भवती महिला और उसके दो नवजातों की मौत हो गई थी. परिजनों के हंगामे के बाद मैहर एसडीएम ने महिला डॉक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. लोगों का ये भी आरोप है कि पति के पद और रसूख के दम पर उनका ट्रांसफर नहीं होता.