सतना। नगर निगम क्षेत्र में शहर के विकास और सफाई को देखते हुए सीवर लाइन प्रोजेक्ट लाया गया, सीवर लाइन की यह योजना 206 करोड़ के सीवर प्रोजेक्ट के तहत लाई गई, जिसका ठेका केके स्थान नाम की कंपनी को दिया गया था. इस कंपनी का ठेका नगर निगम द्वारा निरस्त कर कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है.
सतना नगर निगम में भ्रष्टाचार की वजह सीवर योजना का कार्य लोगो की परेशानी का बना कारण कंपनी को शहर के अंदर कॉलोनियों में 495 किलोमीटर की सीवर लाइन डालनी थी, जिसमें से महज 110 किलोमीटर की सीवर लाइन का कार्य पूरा हुआ है. गुणवत्ता विहीन कार्य और कार्य की धीमी गति की वजह से पूर्व में कंपनी के ऊपर दो करोड़ का जुर्माना भी लगाया जा चुका है, इसके साथ ही 6 माह में कार्य पूरा करने के निर्देश भी दिए गए थे. लेकिन कंपनी की कार्यशैली कोई सुधार नहीं हुआ.
सीवर लाइन डालने का कार्य करने वाली कंपनी के घटिया निर्माण और धीमी गति की वजह से 2 सालों तक यह विवादों में रही, इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव साल 2019 अप्रैल में एमआईसी में पास किया गया था, जिसे स्वीकृत करने के लिए राज्य सरकार को भेजा गया था, लेकिन वर्तमान में सतना में हुई 2 दिनों की बारिश ने फिर से इस सीवर लाइन की पोल खोल कर रख दी है. शहर के अंदर डाली गई सीवर लाइन की वजह से सड़कों पर करीब 2 फीट के गड्ढे हो गए हैं, सड़कें धंस गई हैं और आए दिन घटना दुर्घटनाओं को आमंत्रण देती हैं. ऐसे में पूर्व पार्षद भी नगर निगम के इस भ्रष्टाचार पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.
वहीं इस मामले पर सतना जिले के सांसद गणेश सिंह ने बताया कि सीवर लाइन का काम जिस व्यक्ति को दिया गया था. उन्होंने समय पर उसका काम नहीं किया, यह बात सही है कि इसमें जनता में बड़ा आक्रोश भी था, समय बढ़ता चला गया और इस वजह से नगर निगम कमिश्नर ने इस काम को टर्मिनेट कर दिया, अब नगर निगम उसको ठीक करने के लिए नई व्यवस्था शुरू की हैं और बारिश के पहले गड्ढों को ठीक करने के लिए पूरी व्यवस्था कराई जा रही है.