सतना। जिले में ऑटो चालकों की मनमानी की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन परिवहन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. सतना में 5 से 6 हजार ऑटो सड़कों पर फर्राटा मार रहे हैं. शहरी क्षेत्र में 3 हजार से अधिक ऑटो सड़कों पर दौड़ रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग द्वारा ऑटो चालकों की मनमानी पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जाती.
ऑटो चालकों की मनमानी से परेशान लोग, प्रशासन बना मूकदर्शक
ऑटो चालकों की मनमानी की वजह से जिलेभर में दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं. परिवहन विभाग के लापरवाह रवैये के कारण सतना शहरी क्षेत्र में 3000 से अधिक ऑटो सड़कों पर फर्राटा मार रहे हैं.
ऑटो चालकों की मनमानी से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. ऑटो में क्षमता से अधिक सवारियों को भरना, मनचाहे जगह पर ऑटो रोककर यात्रियों को भरना, सिग्नल को तोड़ना, यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाना ये सब बातें ऑटो चालकों के लिए आम हो गई है. सतना यातायात पुलिस द्वारा कार्रवाई तो की जाती है, लेकिन उसके बावजूद ऑटो चालकों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है.
इस बारे में जब परिवहन विभाग के अधिकारी आरटीओ सुनील शुक्ला से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि सतना शहरी क्षेत्र में 588 ऑटो के परमिट हैं, लेकिन यहां 3000 से अधिक ऑटो सड़कों पर फर्राटा मार रहे हैं. वहीं आरटीओ साहब हमेशा की तरह कार्रवाई के नाम पर दो बातें कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. इससे साफ तौर पर नजर आता है कि प्रशासन जिले की यातायात व्यवस्था को लेकर कितना संवेदनशील है.