सागर। पिछले दिनों जिले के बंडा थाना के मझगवां गांव में एक विधवा महिला की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था. इस मामले में विधवा महिला के बेटे ने आरोप लगाया था कि गोपाल विश्वकर्मा नाम का व्यक्ति उसकी मां के साथ जबरन रहना चाह रहा था और इसी बात को लेकर हुए विवाद की शिकायत करने वह और उसकी मां जा रहे थे. लेकिन गोपाल और उसके साथियों ने रास्ते में रोककर हत्या कर दी. पुलिस की विवेचना में खुलासा हुआ है कि मृतका के बेटे ने अपनी मां के पूर्व प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी और पुलिस को गुमराह करने की झूठी कहानी रची थी.
विधवा महिला के पूर्व प्रेमी ने किया खुलासा : जिले के बण्डा थाना के ग्राम मझगुंवा में एक अप्रैल को एक विधवा महिला मृत अवस्था में आम के पेड़ के पास नाली में पड़ी मिली थी. उसके शरीर पर धारदार हथियार और पत्थर से चोट के निशान थे. पुलिस ने मर्ग कायम कर आरोपियो की तलाश के लिए टीम गठित कर जंगलो में सर्चिंग की तो नदी किनारे एक व्यक्ति छिपा हुआ मिला. पुलिस ने शक होने पर सख्ती से पछताछ की तो उसने अपना नाम गोपाल विश्वकर्मा पिता बैजनाथ विश्वकर्मा (36) साल निवासी मंझगुवा बताया. पुलिस द्वारा जब महिला की हत्या को लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सच्चाई बता दी.
कैंची मारकर की हत्या :आरोपी ने बताया कि पति की मौत के बाद करीब 15 सालों से भूरीबाई ने उसके बच्चो को अपना लिया था और दोनो पति-पत्नि की तरह रहने लगे थे. दोनों के बीच विवाद हो जाने के बाद मृतका के अन्य व्यक्तियों से अवैध संबंध हो गए थे. इसकी जानकारी महिला के लड़के बलराम केवट को मिलने पर पर वह नाराज था. इसके बाद बलराम के साथ मिलकर उसने षडयंत्र कर भूरीबाई को कैंची मारकर और बलराम ने उसके सिर मे पत्थर पटकर हत्या कर दी.