सागर।जिले के उत्तर वन मंडल के अंतर्गत आने वाली जरूआखेड़ा रेंज से गुजरने वाली रेल लाइन के नजदीक एक टाइगर की चहलकदमी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यह वीडियो जरुआखेड़ा में स्थित प्रसिद्ध ठाकुर बाबा मंदिर के सामने का बताया जा रहा है, जहां बीना कटनी तीसरी रेल लाइन का काम चल रहा है. निर्माणाधीन रेल लाइन की साइट पर चहल कदमी कर रहे टाइगर का वीडियो वायरल होते ही इलाके में दहशत का माहौल है. हालांकि वन विभाग को सोशल मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग ने एक टीम गठित कर जरुआखेड़ा रेंज में टाइगर की तलाश तेज कर दी है. फिलहाल वनविभाग की टीम को टाइगर कहीं भी नजर नहीं आया है.
ठाकुर बाबा मंदिर के सामने रेलवे की साइट का बताया जा रहा है वीडियो:जिले के जरूआखेड़ा कस्बे में स्थित प्रसिद्ध ठाकुर बाबा मंदिर के सामने गुजरने वाली बीना कटनी रेल लाइन में तीसरी लाइन का काम चल रहा है. रेलवे की साइट ठाकुर बाबा मंदिर सहित जिस तरह नजर आती है, उसी तरह की साइट पर टाइगर की चहलकदमी का वीडियो दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि ये उत्तर वन मंडल के अंतर्गत आने वाली जरुआखेड़ा रेंज की आरएफ 70 वीट में टाइगर की चहलकदमी का वीडियो है. इस वीडियो के वायरल होते ही ठाकुर बाबा मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और जरुआखेड़ा कस्बे के अलावा सागर-बीना रोड से गुजरने वाले यात्रियों में दहशत का माहौल हो गया है. वीडियो इतनी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है कि लोग रेलवे साइट पर टाइगर को देखने के लिए भी पहुंच रहे हैं. आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है.
Tiger Viral Video Fake: टाइगर के वायरल वीडियो से जरूआखेड़ा के इलाके में दहशत का माहौल, तलाश में जुटा वन विभाग
वन विभाग की टीम ने जरूआखेड़ा रेंज में टाइगर के पग मार्क खोजने की कोशिश की, लेकिन छह घंटे की तलाशी के बाद भी वहां ऐसी कोई चीज नहीं मिली, जिससे वहां बाघ के होने की पुष्टि हो सके. माना जा रहा है कि यह वायरल वीडियो फर्जी है.
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क्या कहना है वनविभाग का:इस मामले में उत्तर वन मंडल खुरई की रेंजर चंद्र भूषण सिंह ठाकुर का कहना है कि "मैंने भी सोशल मीडिया पर टाइगर का वीडियो देखा है और जो सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि यह ठाकुर बाबा मंदिर के सामने की रेलवे साइट का वीडियो है. मैंने जांच के लिए टीम का गठन किया है. टीम को आरएफ 70 में भेजा और मौके का निरीक्षण कराया तो स्टाफ ने बताया कि ना तो टाइगर के पंजे के निशान मिले हैं और ना ही किसी को टाइगर कहीं नजर आया है. वायरल वीडियो में जो रेलवे की साइट नजर आ रही है, वह बिल्कुल ठाकुर बाबा मंदिर के सामने की रेलवे की साइट की तरह लग रही है. लेकिन वीडियो उस इलाके का नहीं है. क्योंकि जैसी जगह पर टाइगर चहलकदमी करते हुए वीडियो में दिख रहा है. रेलवे की मिलती-जुलती साइट पर किसी तरह के पग मार्क नहीं मिले हैं." वन विभाग के रेंजर का कहना है कि "वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है और यह वीडियो जरुआखेड़ा के ठाकुर बाबा मंदिर के सामने का नहीं है. हालांकि जंगल होने के कारण एहतियात के तौर पर वन विभाग की टीम लगातार तलाश कर रही है."