सागर। ग्वालियर में हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 12 महिलाएं सहित एक ऑटो चालक था. इस घटना को लेकर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हादसे के बारे में जो शुरुआती जानकारी मिली है, उसमें पता चला है कि मोटरसाइकिल सवार एक दूधवाला भैंस के सामने आ गया था, जिसे बचाने के चक्कर में बस की ऑटो से भिड़ंत हो गई. उन्होंने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि ऐसे हादसे आगे से न हों, इसके प्रयास किए जाएंगे.
क्या कहा परिवहन मंत्री ने ?
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ग्वालियर घटना पर दुख जताते हुए कहा कि वहां जो हादसा हुआ, मैं सुबह से ही संपर्क में हूं. मुझे जो शुरुआती जानकारी मिली है, उसके अनुसार मोटरसाइकिल सवार एक दूधवाला भैंस के सामने आ गया था. दूधवाले और भैंस को बचाने के कारण बस और ऑटो की भिड़ंत हो गई.
ग्वालियर हादसा: परिवहन मंत्री ने जताया दुख, कहा- मृतकों के परिवार के साथ खड़ी है सरकार
ग्वालियर हादसे पर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारों के साथ सरकार खड़ी है.
उन्होंने कहा कि जाते समय दो महिलाएं ऑटो में थी, लेकिन लौटते समय एक ऑटो खराब हो गया, तो सभी महिलाएं एक ही ऑटो में बैठ गई. घटना बहुत ही दुखद है. फिलहाल जांच के आदेश दिए गए हैं. परिवहन आयुक्त घटनास्थल पर मौजूद हैं. हमारे मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी घटनास्थल पर मौजूद हैं. सरकार ने मृतकों के लिए 4-4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. जो भी संभव होगा, वो मदद की जाएगी. सरकार पूरी तरह से मृतकों के परिवार के साथ है. भविष्य में इस प्रकार की घटना न घटे, इस पर भी विचार हो रहा है. इस हादसे में जिन महिलाओं की मौत हुई है, उनके परिवार के साथ सरकार खड़ी है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भीषण सड़क हादसा, 13 की मौत
हाल ही में सीधी हादसे में हुई थी मौतें
16 फरवरी को सीधी जिले में एक बस नहर में जा गिरी थी, जिसके चलते करीब 54 लोगों की मौत हो गई थी.
नहीं लिया हादसों से सबक
ग्वालियर में घटे हादसे में एक ही ऑटो में सवार 12 महिलाओं सहित एक ऑटो चालक की मौत हो गई. माना जा रहा है कि अगर सरकार ने ओवरलोडिंग को लेकर सख्ती बरती होती, तो शायद यह घटना नहीं होती.