सागर। रतौना गांव में किसान केशव कुशवाह के खेत के कुंए में शुक्रवार रात गिरे तेंदुए को भोपाल से आई रेस्क्यू टीम ने सकुशल निकाल लिया है. तेंदुए को फिलहाल घायल अवस्था की वजह से भोपाल में इलाज के लिए भेजा गया है, जहां 15 दिनों तक उसे वन विहार की निगरानी में रखा जाएगा. शिकार की तलाश में जंगल से गांव के खेत में घुसा तेंदुआ शुक्रवार देर रात गांव के किसान केशव कुशवाह के खेत में बने कुएं में गिर गया था, जिसे सुबह खेत की रखवाली करने वाले चौकीदार ने देखा और वन विभाग को इसकी सूचना दी थी.
वन विभाग की टीम के पास नहीं थे रेस्क्यू के संसाधन
मौके पर पहुंचे दक्षिण वन मंडल के अधिकारी एवं वन कर्मियों के पास तेंदुए को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू के पर्याप्त साधन संसाधन नहीं थे. जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने भोपाल वन बिहार को सूचित किया और वहां से रेस्क्यू के लिए टीम भेजी गई, शाम चार बजे सागर पहुंचे करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को बेहोश कर कुएं में से बाहर निकाला गया.
सुरक्षित बाहर निकाला गया तेंदूआ कुएं में गिरा तेंदुआ, वन विभाग की टीम रेस्क्यू करने में नाकाम
खुद को बचाने की कोशिश में घायल हुआ था तेंदुआ
पानी से बाहर निकालने के बाद रेस्क्यू टीम के साथ मौजूद पशु चिकित्सक ने तेंदुए की जांच की. जिसमें तेंदुआ बुरी तरह से घायल हो चुका था उसे सिर और पैर में कई जगह चोट आई है. डॉक्टर ने बताया कि संभवत कुएं में गिरने के बाद तेंदुए ने बाहर निकलने के लिए कोशिश की, जिसमें चट्टानों की वजह से तेंदुआ बुरी तरह से घायल हो गया.
तेंदुआ करीब 18 घंटे तक कुएं के पानी में रहा. इस दौरान तेंदुए ने डूबने से बचने के लिए कुएं में सिंचाई के लिए डाले गए पाइप को दांतों से जकड़ रखा था. जब सुबह वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो तब भी तेंदुआ पाइप को दातों से जकड़े हुए था और इसी के सहारे वहां पानी में खुद को बचा पाया. वन विभाग की टीम ने सबसे पहले तेंदुए को सपोर्ट देने के लिए एक खाट रस्सी से लटका कर तेंदुए को सपोर्ट दिया और फिर भोपाल से आई वन विभाग की टीम ने तेंदुए को बाहर निकाला. वन मंडल अधिकारी नवीन गर्ग ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुए का आना इस बात का संकेत है कि वहां से लगे हुए जंगलों में वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ रही है. फिलहाल तेंदुए को 15 दिनों के लिए वन विहार भोपाल की टीम को सौंप दिया गया है. जहां उसका उपचार किया जाएगा. इसके बाद तेंदुए को कहां छोड़ना है इस बात का फैसला होगा.