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हाईटेक हुई सागर पुलिस, APP के जरिए की गली मोहल्लों में लगे CCTV की मैपिंग - Sagar Police

बढ़ते क्राइम को रोकने के लिए सागर पुलिस अब हाईटेक हो गई है. शहर के सभी इलाकों में लगे करीब 800 से ज्यादा सीसीटीवी की मैपिंग गूगल मैप की मदद से की गई है.

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हाईटेक हुई सागर पुलिस

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Published : Jan 1, 2021, 11:59 AM IST

सागर। लगातार होते क्राइम को रोकने के लिए अब पुलिस स्मार्ट तरीके अपना रही है. सागर में पुलिस ने अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए नई योजना बनाई है. जिसके तहत अब शहर भर के निजी सीसीटीवी कैमरा की भी गूगल मैपिंग की गई है, ताकि शहर में किसी भी कोने में घटना दुर्घटना की जांच में नजदीकी सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जा सके. इसमें लगभग शहर के 800 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा की मैपिंग की जा चुकी है.

हाईटेक हुई सागर पुलिस

सीसीटीवी कैमरों की मैपिंग

अब तक किसी भी घटना दुर्घटना के बाद जांच अधिकारी को सबसे पहले यह पता लगाना होता था की आसपास कहीं सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं, जिसमें काफी समय बर्बाद होता था और कई बार सीसीटीवी लगे होने की जानकारी भी उपलब्ध नहीं हो पाती थी. जबकि शासकीय रूप से पुलिस कंट्रोल रूम के द्वारा शहर के केवल मुख्य चौराहों पर ही सीसीटीवी लगाए गए हैं. पूरे शहर में सीसीटीवी लगा पाना फिलहाल प्रशासन के लिए संभव नहीं है. इसके समाधान के रूप में पुलिस अधीक्षक सागर अतुल सिंह ने आईटी सेल की मदद से एक एप डिवेलप किया है. जिसमें शहर के सभी इलाकों में लगे करीब 800 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा की मैपिंग गूगल मैप की मदद से की गई है.

800 से ज्यादा सीसीटीवी की मैपिंग

सीसीटीवी कैमरे चाहे किसी के घर में लगे हो या व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर इनकी जानकारी इस ऐप में स्टोर की गई है. इस ऐप की मदद से शहर के किसी भी कोने में हुई घटना या दुर्घटना या अन्य कोई घटना के बाद जांच अधिकारी उक्त स्थान पर आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरा की. जानकारी ऐप के माध्यम से हासिल कर सकता है और फिर उस सीसीटीवी कैमरे के डाटा विजुअल के माध्यम से केस को सुलझाने और अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए उपयोग कर सकता है.

800 से ज्यादा सीसीटीवी की मैपिंग
केवल पुलिस विभाग के लिए होगा ऐपऐप के विषय में जानकारी देते हुए सागर पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने बताया कि यह ऐप केवल पुलिस विभाग के लिए ही बनाया गया है. इसका उपयोग आम नागरिक नहीं कर सकेंगे, क्योंकि इसमें शहर के सभी निजी सीसीटीवी कैमरा की जानकारी भी होगी. यही वजह है कि सभी नागरिकों की निजता का ध्यान रखते हुए इस ऐप को केवल पुलिस विभाग की जरूरत के अनुसार एक्सेस कर सकेगा. आम नागरिकों द्वारा इसके उपयोग से इस ऐप का आपराधिक तत्व भी दुरुपयोग कर सकते हैं. इसलिए इसे पासवर्ड प्रोटेक्टेड बनाया गया है. इसके उपयोग के लिए लॉगिन और पासवर्ड साइबर सेल द्वारा दिया जाएगा. जिसके माध्यम से जांच अधिकारी इस ऐप का उपयोग कर सकेंगे. किसी भी घटना दुर्घटना के बाद शुरुआती 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं. इस दौरान कई केस में सीसीटीवी कैमरे बहुत महत्वपूर्ण साबित हुए हैं. यही वजह है कि पुलिस भी अब निजी सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को स्मार्ट और क्विक एक्टिव बनाने के इतने प्रयास कर रही है,

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