मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

छोटा शहर-बड़ा कमाल: सागर में किराना दुकानदार की बेटी पहली ही कोशिश में बनी DSP

अगर इरादे बुलंद हों तो छोटे से कस्बे-गांव में रहने वाले लोग वह कर गुजरते हैं, जो बडे-बडे सुविधायुक्त शहरों में रहने वाले नहीं कर पाते हैं. ऐसा ही कमाल सागर जिले के छोटे से कस्बे की एक किराना दुकान व्यापारी की बेटी ने कमाल कर दिखाया है. पहले ही प्रयास में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा में सफलता हासिल की है. खास बात ये है कि पहले ही प्रयास में अनीशा जैन ने डीएसपी रैंक हासिल की. Anisha Jain DSP rank

Anisha Jain success story DSP rank in first attempt
सागर जिले के व्यापारी की बेटी का कमाल अनिशा बनी डीएसपी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 28, 2023, 4:44 PM IST

Updated : Dec 28, 2023, 5:30 PM IST

सागर जिले के व्यापारी की बेटी का कमाल अनिशा बनी डीएसपी

सागर।जिले के गौरझामर कस्बे में निवास करने वाले संजय जैन घुरा और संगीता जैन की पुत्री अनीशा जैन ने कमाल कर दिखाया है. अनीशा जैन का जन्म 11 फरवरी 1997 को गौरझामर में हुआ था. दादाजी स्कूल में शिक्षक हैं. बचपन से ही दादाजी अनीशा को अच्छी पढाई के लिए प्रेरित करते थे. अनीशा ने स्कूली शिक्षा गौरझामर में लेने के बाद कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की और एमपीपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. अनीशा जैन के तीन भाई हैं, जो एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे हैं. तीनों भाई बहन ने मिलकर पढाई की और अनीशा को सफलता हासिल हुई है.

डीएसपी बनने का सपना सच :अनीशा जैन बताती है कि वह बचपन से ही डीएसपी बनना चाहती थी. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने डीएसपी बनने के लक्ष्य के साथ एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की. अनीशा का कहना है कि उन्हें भरोसा नहीं था कि पहले ही प्रयास में अपना सपना हासिल कर लेंगी. उन्होंने पहले ही प्रयास में डीएसपी पद पर चयनित होकर अपना सपना पूरा कर लिया. अनीशा के घर पर पढाई और प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर काफी अच्छा माहौल है.

ALSO READ:

माता-पिता गौरवान्वित :अनीशा जैन फिलहाल इंदौर में व्यस्त हैं. उनकी सफलता पर उनके माता पिता काफी खुश हैं. अनीशा जैन की मां संगीता जैन कहती हैं कि अनीशा की सफलता पर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. अनीशा का बचपन से एक ही सपना था कि उसे डीएसपी बनना है. वह घर पर रहकर हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान रखकर पढाई करती थी. घर के कामकाज में हाथ बंटाने के अलावा जैसे ही अनीशा को समय मिलता था, वो पढ़ने बैठ जाती थी. अनीशा के पिता संजय जैन कहते हैं कि आज हम और हमारा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उसका सिर्फ एक लक्ष्य था कि उसे डीएसपी बनना है और पहले ही प्रयास में उसने अपना लक्ष्य हासिल किया है.

Last Updated : Dec 28, 2023, 5:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details