महापौर पति ने किन्नरों का उड़ाया मजाक सागर। नगर निगम की महापौर संगीता तिवारी हैं, उनके पति सुशील तिवारी महापौर प्रतिनिधि के तौर पर उनका कामकाज संभालते हैं. लेकिन वह भूल जाते हैं कि वह खुद महापौर नहीं है. ताजा मामला मंगलवार को सामने आया, जब पशु विचरण मुक्त शहर घोषित हो चुके सागर शहर से डेयरियों का विस्थापन करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय पशुपालकों के पशुओं को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की गई. सागर कलेक्टर और एसपी के साथ महापौर पति सुशील तिवारी मौके पर पहुंचे और पशुपालकों के पशुओं को पकड़वाया और उन्हें समझाइश दी. लेकिन इस दौरान महापौर पति अपनी मर्यादा भूल गए और पशुपालकों को धमकाने के अंदाज में बोले कि ''सागर का महापौर किन्नर नहीं.. मर्द है मर्द.''
महापौर पति ने किया किन्नर समाज का अपमान: गौरतलब है कि सागर से किन्नर महापौर चुनी जा चुकी हैं. किन्नर कमला बुआ सागर की महापौर बनी थी, जिनका देहांत हो चुका है. अपना जलवा बताने के फेर में महापौर पति पूर्व महापौर स्वर्गीय कमला बुआ का तो अपमान करने के साथ किन्नर समाज का भी अपमान कर गए. महापौर पति ने जिस अंदाज में कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े कर रहे पशुपालकों के सामने अपना रुतबा दिखाया, उसे देखकर कलेक्टर भी हैरान नजर आए. खास बात ये है कि वो ये भूल गए कि महापौर वो नहीं, उनकी पत्नी हैं.
महापौर पति भूले मर्यादा:दरअसल कलेक्टर के समक्ष पशुपालक द्वारा डेयरी विस्थापन के नाम पर जबरिया पशुओं को पकड़ ले जाने की बात को लेकर जब एक पशुपालक आपत्ति दर्ज करा रहा था, तो उसी बीच पशुपालक और कलेक्टर के बीच जारी संवाद में महापौर पति सुशील तिवारी आ गए. उन्होंने पशुपालकों की बात को काटते हुए कलेक्टर के सामने मर्यादा को तार-तार कर दिया और कलेक्टर से सीधा कहा कि महापौर मर्द है, किन्नर नहीं. महापौर पति इधर ही नहीं रूके और खुद को लोहे के सीने वाला बताते हुए अपने आप को लौहपुरुष बताने से पीछे नहीं हटे. कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी अभिषेक तिवारी के सामने हुई चर्चा का वीडियो वायरल हो रहा है.
क्या है मामला:दरअसल शहर में डेयरी विस्थापन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद सागर शहर को एक अप्रैल से पशु विचरण मुक्त शहर घोषित कर दिया था और सभी पशुपालकों को डेयरी विस्थापन के लिए कहा गया था. लेकिन कुछ बुनियादी सुविधाओं को लेकर पशुपालकों ने नगरीय आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह से मांग की थी और मांगों को देखते हुए जरूरी सुविधाएं पूरी करने के लिए 15 मई तक का समय विस्थापन के लिए बढ़ा दिया था. 15 मई बीत जाने के बाद भी जब पशु शहर में विचरण करते नजर आए तो नगर निगम के अमले ने डेयरियों से पशुओं को पकड़ने का काम शुरू कर दिया है. मंगलवार को तीन डेयरी संचालकों की डेयरी से 16 पशु पकड़े गए, जबकि 4 अन्य पशु भी पकड़े गए. इस प्रकार कुल 20 पशु पकड़कर गौशाला में छोड़े गए. कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी और महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने मोतीनगर वार्ड मेंं पहुंचकर डेयरी संचालकों को समझाइश दी कि वे जल्दी से डेयरी विस्थापन स्थल पर शिफ्ट हों. तब तक प्रतिदिन पशुओं को डेयरी से पकड़ने का अभियान चलेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि डेयरी विस्थापन स्थल पर सभी इंतजाम पूरे हो चुके हैं. अब अंतिम तारीख आगे नहीं बढ़ाई जाएगी. डॉ. सुशील तिवारी ने कहा हमने जनता से वादा किया था कि शहर से डेयरी बाहर की जाएंगी. इसके लिए पहले डेयरी विस्थापन स्थल पर सभी इंतजाम किए गए.