भाजपा नेता मिश्रीचंद गुप्ता का होटल तोड़ा गया सागर। नगरीय निकाय चुनाव की रंजिश को लेकर एक युवक को बीच चौराहे जीप से कुचलने के मामले में आरोपी भाजपा नेता की अवैध होटल को मंगलवार को भारी पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में इंदौर से आए विशेषज्ञों ने डायनामाइट की मदद से ढहा दिया है. गौरतलब है कि सागर शहर के उपनगरीय इलाके मकरोनिया में जगदीश यादव नाम के युवक की जीप से कुचलकर हत्या कर दी गई थी, मामले में भाजपा नेता मिश्री चंद गुप्ता सहित उसके परिजन आरोपी बनाए गए थे. पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन भाजपा नेता मिश्री चंद्र गुप्ता अपने 2 भाइयों के साथ अभी भी फरार था. (Jagdish Yadav Murder Case) भाजपा नेता की गिरफ्तारी और उसकी अवैध संपत्ति पर कार्रवाई को लेकर कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही थी, चुनावी साल में वोट बैंक के दबाव के चलते आखिरकार भाजपा सरकार और प्रशासन को झुकना पड़ा और आज भाजपा नेता की होटल को जमींदोज कर दिया गया.
क्या है मामला:दरअसल 22 दिसंबर 2018 की रात शहर के सबसे व्यस्ततम मकरोनिया चौराहे पर चुनावी रंजिश को लेकर भाजपा नेता मिश्री चंद गुप्ता और उसके भाई और भतीजे ने मिलकर चौराहे पर प्रकाश डेयरी पर हमला कर दिया था और वहां मौजूद लोगों के साथ मारपीट की थी. प्रकाश डेयरी पर मौजूद लोगों ने अपने परिचितों को फोन किया तो जगदीश यादव नाम का युवक घटनास्थल पर पहुंचा था, लेकिन सत्ता के मद में चूर भाजपा नेता और उसके भाई-भतीजों ने मिलकर जगदीश यादव को थार जीप से रोंदकर मार डाला था. इससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी, मौत के बाद दूसरे दिन से ही युवक के परिजन, रिश्तेदार और यादव समाज के लोग सड़कों पर उतर आए थे. आरोपियों को गिरफ्तार करने और अवैध होटल ढहाने की मांग को लेकर चौराहे पर दिनभर चक्का जाम भी किया गया था. पुलिस ने आंदोलन खत्म करने के लिए होटल पर बुलडोजर चलाया था, लेकिन होटल को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. हालांकि इसके बाद मृतक के परिजन उसका अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गए थे. (Mishrichand Gupta Hotel Demolished)
वारदात के बाद जमकर चल रही थी सियासत:इस मामले में पुलिस ने भाजपा नेता मिश्री चंद्र गुप्ता उसके भाई और भतीजे सहित 8 लोगों को आरोपी बनाया था. पुलिस की लगातार दबिश के चलते 5 लोग तो गिरफ्तार हो चुके थे, लेकिन भाजपा नेता मिश्री चंद गुप्ता और उसके दो भाई अभी भी फरार हैं. वारदात के बाद विपक्ष जहां लगातार धरना, प्रदर्शन और आंदोलन कर रहा था, तो वहीं सत्तापक्ष बचाव करने में जुटा था. मामला सागर शहर से लेकर राजधानी भोपाल तक पहुंच गया था और सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने सागर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कांग्रेस के धरने में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए पूछा था कि,"जब सरकार छोटे-छोटे मामलों में आरोपियों के मकान, दुकान गिराने की कार्रवाई करती है, तो हत्या के इस मामले के आरोपियों से मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं की क्या रिश्तेदारी है कि उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई." हालांकि इसी दिन उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और सख्त कार्रवाई का वादा किया था.
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छावनी में तब्दील किया गया था इलाका:हत्याकांड को लेकर चल रही सियासत के चलते पुलिस और प्रशासन पर भारी दबाव था. मंगलवार सुबह मकरोनिया चौराहे के नजदीक बनी आरोपियों की जयराम होटल के आसपास छावनी जैसा माहौल बन गया था, चारों तरफ पुलिस की तैनाती की गई थी और लोगों का आना जाना बंद किया गया था. इंदौर से होटल ढहाने के लिए विशेषज्ञ बुलाए गए थे और दोपहर तक विशेषज्ञों ने 2 ब्लास्ट भी किए थे, लेकिन होटल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. विशेषज्ञ लगातार प्रयास करते रहे और शाम करीब 7:30 बजे भाजपा नेता की अवैध होटल जमींदोज की गई. इस मौके पर सागर पुलिस अधीक्षक तरुण नायक, जिला कलेक्टर दीपक आर्य सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे.