सागर।पिछले दिनों सागर के खुरई थाना के बरोदिया नोनागिर गांव में दलित युवक की दबंगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इस मामले में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बरोदिया नोनागिर गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की, जहां उनका हाल-चाल जाना. इसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक तरफ संत रविदास का मंदिर बनाते हैं और दूसरी तरफ दलितों पर अत्याचार करते हैं. अगर पीएम मोदी और शिवराज सिंह में साहस है, तो मंत्री भूपेंद्र सिंह को बर्खास्त करें. खुरई नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि "अगर 2019 में घटना में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होती, तो युवक की हत्या करने का साहस नहीं होता. वहीं उन्होंने आरोपियों के अवैध मकान गिराए जाने के कलेक्टर के आश्वासन पर भी सवाल खड़े किए.
क्या कहा दिग्विजय सिंह ने:पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि "मंत्री का प्रशासन पर इतना दबाव है कि 2019 में छेड़छाड़ की घटना का उल्लेख नहीं किया गया, सिर्फ मारपीट का उल्लेख किया गया. अगर 2019 में इन लोगों के खिलाफ पुलिस ने सख्ती दिखाई होती, तो आज ये युवक की हत्या करने की हिम्मत नहीं करते. 2019 में गिरफ्तार हुए, अदालत गए और छूटकर आ गए. मंत्री का दबाव है और पुलिस गुलामी कर रही है, कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. 2019 से लेकर 2023 तक लगातार पीड़ित परिवार पर समझौते के लिए दबाव बनाया गया. जिस दिन युवक की हत्या हुई, उसी दिन दोपहर में घर पहुंच कर उसकी मां पर राजीनामा के लिए दबाव डाला गया. युवक शाम को 7 बजे सब्जी लेने गया था, वहां पड़कर उसे पीटा, इसके पहले 2019 में युवक के भाई को भी पीटा और जूते भी चटवाए, कहां पर है सरकार, क्यों कार्यवाही नहीं कर रही है. घटना के दिन मारपीट की खबर मिली, तो युवक की मां बीमार थी. सब छोड़कर अपने बेटे को बचाने पहुंची, तो उसे निर्वस्त्र कर पीटा और उसका हाथ तोड़ दिया. बहन का मोबाइल छीन लिया और इससे कहा कि अब 376 करेंगे."