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Kamala Nehru Hospital में हुए हादसे के बाद जागा प्रशासन, कमिश्नर ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण

भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में हुए हादसे में अब-तक 8 बच्चों की मौत की खबर है. इस हादसे के बाद सागर प्रशासन भी जाग गया है. सागर कमिश्नर ने मंगलवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. कमिश्नर कॉलेज की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए.

Sagar commissioner inspected Bundelkhand Medical College
सागर कमिश्नर ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण

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Published : Nov 9, 2021, 4:41 PM IST

सागर।राजधानी भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में हुए हादसे के बाद प्रदेश की तमाम अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी सिलसिले में सागर कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. शिशु गहन चिकित्सा इकाई के अलावा ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. सागर कमिश्नर व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए. हालांकि अधूरे पड़े स्मोक सेंसर के काम को उन्होंने जल्द पूरा करने की बात कही.

सागर कमिश्नर ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण

कमला नेहरू अस्पताल में हादसे के बाद सक्रिय प्रशासन

राजधानी भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल के शिशु वार्ड में आग लग जाने के कारण चार बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद सागर कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के डीन और अधीक्षक के अलावा तमाम जिम्मेदार अधिकारी मौजूद थे.

कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने जहां शिशु गहन चिकित्सा इकाई का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं को समझा. वहीं उन्होंने मेडिकल कॉलेज की विद्युत व्यवस्था की जानकारी ली और मेडिकल कॉलेज की फायर सेफ्टी व्यवस्था के प्रभारी से मौके पर ही फायर इक्विपमेंट चलवा कर देखें. कमिश्नर ने कॉलेज में लगाए जा रहे स्मोक सेंसर के काम को जल्द पूरा किए जाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू का भी जायजा लिया.

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मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था से संतुष्ट दिखें कमिश्नर

मेडिकल कॉलेज का दौरा करने के बाद संभागायुक्त मुकेश शुक्ला ने कहा कि मेरे प्लान में ही था और मैं देखना चाह रहा था. इसलिए आज यहां आया हूं. मैंने विशेष तौर पर एसएनसीयू देखा और इसके बाद में ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू का जायजा लिया. मुझे बताया गया है कि यहां पर 14 केवी का लोड है, जिसके मुकाबले 50 केवी का प्रबंध है. यहां की फायर सेफ्टी इक्विपमेंट्स मैंने खुद चलवा कर देखे हैं, सभी ठीक तरह से काम कर रहे हैं. स्मोक सेंसर लगाने का काम अभी चल रहा है. हमारा फायर सिस्टम पूरी तरह से अपडेट है. हमारे पास दो बड़े पंप हैं, जो चालू अवस्था में हैं.

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