सागर। बुंदेलखंड का एकमात्र मेडिकल कॉलेज अपने इलाज के लिए कम बदहाल अव्यवस्थाओं के लिए ज्यादा मशहूर रहता है. गोपालगंज थाने में हुई शिकायत के बाद खुलासा हुआ है कि बुधवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एक नवजात शिशु को चुराने का प्रयास किया गया था, लेकिन नवजात को चुराने वाली बुर्कापोश औरतें सीढ़ियों पर ही उसे छोड़ कर चली गईं. नवजात के कपड़े पूरी तरह से उतारे गए थे और फिर उसे वैसा ही सीढ़ियों पर छोड़ दिया गया. माना जा रहा है कि बुर्कापोश औरतें किसी लड़के को चुराने की फिराक में आई थीं, लेकिन नवजात लड़की होने के कारण सीढ़ियों पर छोड़ कर भाग गईं. इस मामले में बीएमसी की बदहाल व्यवस्था उजागर हुई है, क्योंकि बीएमसी के ज्यादातर सीसीटीवी बंद पाए गए हैं. ऐसी स्थिति में नवजात चुराने की कोशिश करने वाली महिलाओं तक पुलिस का पहुंचना नामुमकिन नजर आ रहा है. Sagar Bundelkhand Medical College, Sagar Medical College try to child theft
क्या है मामला: गोपालगंज थाना में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई है. जिसमें बुधवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में हुई घटना का हवाला दिया गया है. बीएमसी द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि सुबह 11 बजे पटकुई बरारू गांव की निवासी रीना शिल्पी अपने पति राजू शिल्पी के साथ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज आई थी. रीना शिल्पी कापर टी लगवाने के लिए वार्ड 14 में रुक गई और उसका पति बेटी का जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए चला गया. जैसे ही रीना शिल्पी का नंबर आया,तो मेडिकल स्टाफ ने बच्ची अटेंडर को सौंपकर अंदर आने को कहा. तब तक रीना का पति वापस नहीं आया था. ऐसे में रीना ने वार्ड में ही मौजूद दो बुर्कापोश औरतों के लिए अपनी बेटी सौंप दी और खुद कापर टी लगवाने चली गई. जैसे ही वह वापस आई तो उसके होश उड़ गए, क्योंकि दोनों बुर्कापोश औरतें गायब हो चुकी थीं. घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया और बच्ची की तलाश शुरू हो गई. अफरातफरी के माहौल में वार्ड नंबर 6 के पास की सीढ़ियों में एक थैला लावारिस हालत में मिला. जिसमें रीना की नवजात बच्ची मौजूद थी, लेकिन उसके कपड़े नहीं थे. संभावना व्यक्त की जा रही है कि बच्चे को चुराने वाली औरतों ने लड़का समझ चुराया होगा और लड़की पाए जाने पर उसे छोड़कर भाग गईं.