सागर। शहर में एक इलाका ऐसा भी है जहां अजगर को देखने के बाद दहशत फैल गई. तत्काल सर्पमित्र अकील बाबा को बुलाया गया. उन्होंने कुछ ही समय में अजगर को काबू में कर लिया और बताया कि इस इलाके में चट्टाने होने के कारण अजगर उन्हें अपने घर बना लिए हैं. अब तक वह करीब 53 अजगर इस इलाके से पकड़ चुके हैं.
MP के इस जिले में है अजगरों का गढ़, अब तक पकड़े जा चुके हैं 50 से ज्यादा अजगर - अजगर बब्बा सागर
सागर में बाघराज मंदिर (Sagar Baghraj Temple) के आसपास का इलाका अगर अजगर लोक कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगा. (sagar ajgar lok) क्योंकि इस इलाके में अजगर अक्सर घूमते फिरते मिल जाते हैं. यहां प्रसिद्ध बाघराज मंदिर के पास एक अजगर की गुफा भी है. जिन्हें शहर के लोग श्रद्धा से अजगर बब्बा भी बोलते हैं.
ज्ञानोदय छात्रावास के पास दिखा अजगर: आज सर्पमित्र अकील बाबा को ज्ञानोदय छात्रावास के अधीक्षक शिवकुमार साकेत ने फोन किया था कि छात्रावास में रहने वाले बच्चों ने नई हॉस्टल के पास एक सांप देखा है. अकील बाबा तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्होंने देखा तो वह एक अजगर था. जो करीब 10 से 12 फीट लंबा था और उसका वजन करीब 25 किलो का था. इस इलाके से कई अजगर को पकड़ चुके अकील बाबा ने 10 मिनट की मेहनत में ही अजगर को पकड़ लिया. अकील बाबा अजगर को वन विभाग को सौंप देंगे.
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अब तक 53 अजगर पकड़े:सर्पमित्र अकील बाबा की बात करें तो जब ज्ञानोदय छात्रावास का निर्माण हो रहा था, तब उन्होंने इस इलाके में करीब 53 अजगर पकडे थे. अभी हाल ही में अकील बाबा के बेटे ने इस इलाके से एक विशालकाय अजगर पकड़ा था,जिसका वजन करीब 45 किलो का था. अकील बाबा का कहना है कि यह इलाका चट्टानी इलाका है और बाघराज मंदिर के पास है. जहां काफी मात्रा में अजगर पाए जाते हैं. दरअसल अजगर एक बार में 36 अंडे देते हैं और हर अंडे से एक बच्चा निकलता है. आमतौर पर अजगर चट्टानों में अपना घर बनाते हैं और ये इलाका चट्टानी इलाका होने के कारण यहां अजगरों का गढ़ है.