सागर। बुंदेलखंड में भाजपा में टिकट वितरण को लेकर उपजा असंतोष भारी नुकसान पहुंचा सकता है, भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले इस इलाके में टिकट वितरण से उपजी नाराजगी के चलते जमकर विरोध देखने को मिल रहा है. टीकमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायक को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज पार्टी के पूर्व विधायक और जनाधार वाले नेताओं ने मिलकर एक महागठबंधन तैयार कर भाजपा प्रत्याशी राकेश गिरी के खिलाफ प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है, इसी सिलसिले में आज टीकमगढ़ में पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव और राजेंद्र तिवारी ने मिलकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित कर हजारों कार्यकर्ताओं को इकट्ठा कर शक्ति प्रदर्शन किया. दोनों ने ऐलान किया है कि वह आगामी 30 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे और चुनाव मैदान में उतरेंगे, हालांकि अभी तय नहीं हुआ है कि प्रत्याशी कौन होगा. वहीं पार्टी आलाकमान के मनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि टिकट बदले जाने पर ही बात बनेगी.
भाजपा के खिलाफ भाजपा का महागठबंधन:टीकमगढ़ जिले में आज भाजपा प्रत्याशी राकेश गिरी के खिलाफ बड़ी बगावत देखने को मिली है, टिकट वितरण से नाराज पार्टी के दिग्गज नेताओं ने भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ स्थानीय स्तर पर महागठबंधन तैयार कर प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है. टिकिट बंटवारे से नाराज बीजेपी नेताओ ने आज हजारों मतदाताओं को इकठ्ठा कर शक्ति प्रदर्शन किया और अपनी ताकत दिखाते हुए चुनाव लड़ने के लिए हुंकार भरी. दरअसल टीकमगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक राकेश गिरी को फिर से टिकिट दे दिया है, जिससे स्थानीय भाजपा नेताओ और कार्यकर्ताओ में असंतोष है. असंतोष के चलते पूर्व विधायक के के श्रीवास्तव ने कुछ दिनों पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, वहीं टिकिट के दावेदार राजेन्द्र तिवारी ने भी पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और आज दोनों ने मिलकर बूथ स्तर के करीब 8 हजार कार्यकर्ताओ का सम्मेलन कर शक्ति प्रदर्शन किया. राजेंद्र तिवारी और केके श्रीवास्तव ने महागठबंधन को मजबूत करने की बात कही, इन दोनों में से एक नेता चुनाव मैदान में उतारा जाएगा और सब मिलकर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी राकेश गिरी के खिलाफ चुनाव मैदान में होंगे. इस बगावत से राकेश गिरी की मुसीबत बढ सकती है.