सागर। प्रदेश के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी के रैपुरा गांव में बुधवार दोपहर वन और राजस्व अमले की टीम ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर बुलडोजर चला दिया और लोगों के मकान तहस-नहस कर दिए. प्रशासन की कार्रवाई इतनी असंवेदनशील थी कि लोगों को अपना सामान भी निकालने का मौका नहीं दिया. ये बात जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पता चली, तो दिग्विजय सिंह आज रेपुरा गांव पहुंचे और उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की. दरअसल वन भूमि पर करीब 60 साल से काबिज 16 परिवारों को हटाने की कार्रवाई की थी। जिनमें से 6 परिवारों के ऐसे मकान हटाए गए, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए थे. इस बात से नाराज होकर दिग्विजय सिंह गांव में ही धरने पर बैठ गए और जब कलेक्टर एसपी और डीएफओ ने जाकर उनसे बातचीत की और उनकी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन दिया तब जाकर दिग्विजय सिंह ने धरना समाप्त कर भोपाल की तरफ रुख किया.
क्या है मामला:दरअसल रेपुरा गांव में पिछले 50 सालों से वन भूमि पर कई परिवार काबिज है. बुधवार के दिन अचानक भारी पुलिस बल के साथ राजस्व और वन विभाग का अमला रेपुरा गांव पहुंचा और 16 दलित परिवारों के मकानों पर बुलडोजर चला दिया। लोगों को हटाने की कार्रवाई असंवेदनशील थी कि लोगों को अपना सामान तक निकालने का मौका नहीं दिया. कई लोगों का सामान तहस-नहस हो गया और उन्हें पूरी रात खुले आसमान के बीच गुजारनी पड़ी. रैपुरा गांव के लोगों का कहना है कि वन भूमि पर पिछले 60 सालों से काबिज हैं. यहां पर उनकी तीसरी पीढ़ी निवास कर रही है. ना हमें कोई नोटिस दिया गया और ना ही हमें बुलडोजर चलानते वक्त इतना समय दिया गया कि अपना जरूरत का सामान भी निकाल ले। अचानक से भारी पुलिस बल के साथ वन विभाग की टीम आई और हमारे मकानों पर बुलडोजर चलाना शुरु कर दिया.
दिग्विजय सिंह ने रात में की पीड़ितों से बात और सुबह पहुंच गए गांव:राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी में की गई कार्रवाई की जानकारी कांग्रेस जनों द्वारा दिग्विजय सिंह को दी गई. दिग्विजय सिंह ने रात में ही पीड़ित परिवार के लोगों से बात की और सुबह भोपाल से निकलकर करीब 2 बजे रेपुरा पहुंच गए. रैपुरा गांव में उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी परेशानी समझी. वन विभाग और प्रशासन की कार्रवाई से दिग्विजय सिंह इतने नाराज नजर आए कि वह मौके पर ही धरने पर बैठ गए और उन्होंने कह दिया कि जब कलेक्टर एसपी और डीएफओ आकर बात करेंगे तभी मैं घर से हटूंगा.