सागर। कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे प्रदेश में और सागर में हाहाकार मचा कर रखा है. दूसरी लहर से मुकाबला करने में सरकार की तमाम व्यवस्थाएं नाकाम नजर आई. ऐसी स्थिति में तीसरी लहर की आशंका के चलते अभी से तैयारियां तेज कर दी गई है. मध्य प्रदेश सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेज को निर्देशित किया है, कि तीसरी लहर में बच्चों और किशोरों के प्रभावित होने की आशंका है. इसलिए हर मेडिकल कॉलेज में 30-30 बिस्तर का एसएनसीयू तैयार किया जाए. इस सिलसिले में सागर विधायक शैलेंद्र जैन और मेडिकल कॉलेज के डीन और अधीक्षक ने मेडिकल कॉलेज का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया. वहीं सागर स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 350 बिस्तर और बढ़ाया जाना है. इसको लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई.
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी - तीसरी लहर के लिए मेडिकल कॉलेज में बनेगा एसएनसीयू
विधायक शैलेंद्र जैन ने बताया कि वर्तमान में कोरोना महामारी का अंत नहीं हुआ है. बल्कि अभी तीसरी लहर आना शेष है और उसमें आशंका है कि बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे. शासन के निर्देश हैं कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 30-30 बिस्तर का एसएनसीयू बनाया जाए. लेकिन मेरा मानना है कि ये संख्या भी कम है. अभी इस वेव में बच्चे और किशोर प्रभावित नहीं हुए हैं, वयस्क प्रभावित हुए हैं. उनका इलाज कर पाना आसान है. लेकिन बच्चे का इलाज करना अपने आप में कठिन हैं, उन्हें संभालना कठिन है. इसलिए एसएनसीयू में बेड की संख्या बढ़ाई जाए. इस दौरान पर विधायक के साथ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आरएस वर्मा और अधीक्षक डॉ. एसके पिप्पल भी मौजूद थे.
अनुमानः कोरोना की तीसरी लहर में 14 वर्ष तक के बच्चों को ज्यादा खतरा
- मेडिकल कॉलेज के विस्तार के लिए जिला चिकित्सालय की जमीन की मांग
सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के विस्तार के लिए 350 बिस्तर के भवन निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण किया. फिलहाल बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तर का अस्पताल संचालित है. इसकी क्षमता 1,100 बिस्तर तक ले जाना है. इसके लिए शासन द्वारा बजट पूर्व से स्वीकृत है. उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज एक ही परिसर में है. इससे शहर के अन्य क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. मेरा प्रयास है कि व्यवस्था का विकेंद्रीकरण होना चाहिए. जिला चिकित्सालय का निर्माण शहर के अन्य क्षेत्र में किया जाना चाहिए. इस परिसर में लगभग 7.67 एकड़ जमीन जिला चिकित्सालय के पास है, उसके लिए मध्य प्रदेश शासन को संभागायुक्त के माध्यम से लगभग एक वर्ष पूर्व एक पत्र भेजा गया था. उस बैठक में कलेक्टर एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित थे.
- पत्र में की गई थी ये मांग
संभागायुक्त को भेजे पत्र में ये मांग की गई थी कि यह जमीन बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज को दी जाए और मेनपानी में स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की 50 एकड़ जमीन में से कुछ जमीन जिला चिकित्सालय को आवासीय परिसर बनाने के लिए उपलब्ध करा दी जाए. लेकिन अब तक उस पत्र पर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. विधायक ने कहा कि हम चाहते हैं इस विषय पर त्वरित निर्णय हो और निर्माण संबंधी कार्य पूर्ण हो. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में हमारी सीटें 100 से बढ़कर 250 हो गई हैं और एक करोड़ के मान से हमें राशि स्वीकृत हुई है. इसके अलावा पीजी के लिए 90 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है. इसमें से बहुत बड़ी राशि हमारे पास आ चुकी है.