सागर। शहर के सदर इलाके में रहने वाला 20 वर्षीय युवक पैसे कमाने का सपना लिए दुबई गया था, जोकि पिछले कुछ दिनों से दुबई की एक जेल में बंद है. उसके परिजन वापस लाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. युवक का आखिरी बार 22 दिन पहले फोन आया था, तब उसने बताया था कि उसका वीजा पासपोर्ट खो गया है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. सागर के सांसद-विधायक और कलेक्टर-एसपी के दफ्तर में चक्कर लगाकर परिजन थक चुके हैं. अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उनके बेटे को दुबई की जेल से रिहा कराकर वतन वापसी (Parents appeal to PM Modi for return of Yash Tiwari) कराएं.
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पैसा कमाकर घर खरीदना चाहता था युवक
पीड़ित यश तिवारी के पिता ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. यश की मां दूसरे के घरों में काम करके पति की मदद करती हैं. परिवार की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते यश ने मां के साथ रहकर खाना बनाना सीखा और भोपाल के एक होटल में कुक का काम कर रहा था. वहां उसे दोस्तों के जरिए पता चला कि अगर वह दुबई में जाकर कुक का काम करेगा तो काफी कमाई होगी और उसकी गरीबी दूर हो जाएगी. पासपोर्ट-वीजा बनवाकर मार्च 2021 में दुबई चला गया और वहां काम करने लगा.
टूरिस्ट वीजा पर दलाल ने भेज दिया दुबई
सागर से दुबई पहुंचकर यश एक होटल में काम करने लगा और घर पर पैसे भी भेजने लगा. कुछ दिन तक सब ठीक रहा. बाद में पता चला कि जिस एजेंट के माध्यम से दुबई गया था, उसने वर्किंग वीजा की जगह टूरिस्ट वीजा पर उसे दुबई भेज दिया है. हालांकि, जिस होटल में वह काम कर रहा था, वहां के मैनेजमेंट ने वर्किंग वीजा बनवाने में मदद भी की, लेकिन पैसों की तंगी के चलते यश का वर्किंग वीजा नहीं बन पाया.
वर्किंग वीजा नहीं होने पर चली गई नौकरी