सागर।मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों के लिए चुनाव प्रचार थम गया है. कोरोना संक्रमण के दौर में भी प्रदेश में जमकर चुनाव प्रचार हुआ. मतदाताओं को लुभाने के लिए नेताओं ने तमाम कोशिशें की गईं. वहीं अब प्रशासन मतदान की तैयारियों में जुट गया है. सुरखी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर सागर कलेक्टर दीपक सिंह और पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने मीडिया को चुनावी तैयारियों की जानकारी दी साथ ही चुनाव में पालन होने वाले नियमों के विषय में बताया. इसके साथ ही अधिकारियों ने कई बूथ और स्टोरों पर सुरक्षा का जायजा लिया.
उपचुनाव की तैयारियों में जुटे अधिकारी, मीडिया को दी अचार संहिता की जानकारी
सागर कलेक्टर दीपक सिंह और पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने मीडिया को चुनावी तैयारियों की जानकारी दी साथ ही चुनाव में पालन होने वाले नियमों के विषय में बताया. इसके साथ ही अधिकारियों ने कई बूथ और स्टोरों पर सुरक्षा का जायजा लिया.
उपचुनाव की तैयारियों में जुटे अधिकारी
मीडिया को जानकारी देते हुए अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता की पूरी जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों के रिपोर्टिंग करते समय इन बातों का ख्याल रखने की अपील भी की. साथ ही अधिकारियों ने चुनाव के दौरान मीडिया से सहयोग की भी अपील की.
क्या है नियम
- 1 नवंबर शाम 6 बजे के बाद जनसभाओं आदि के माध्यम से होने वाले सभी चुनाव प्रचार पर रोक रहेगी, हालांकि प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे.
- गैर कानूनी जमावड़ा और जनसभाओं के आयोजन पर भी प्रतिबंध रहेगा, 5 से ज्यादा व्यक्तियों को एक साथ जुटने की अनुमति नहीं होगी.
- डोर टू डोर प्रचार में भी कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा.
- अन्य जिलों से आए पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने जिले जाना होगा, उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में रहने की अनुमति नहीं रहेगी.
- प्रशासन ने जिले की सीमा सहित निर्वाचन क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है. साथ ही चुनावी क्षेत्रों में भी चौकसी बरती जा रही है. कलेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि ईवीएम, वीवीपैट को पूरी तरह से सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा. क्षेत्र में सीआरपीएफ मतदान दिवस के 48 घंटे पहले निर्वाचन क्षेत्र में कमान संभालेगी.
- पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने सुरक्षा व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि सागर जिले की सीमा पर सख्त निगरानी होगी. इस दौरान जिले के बाहर से आने वाले वाहनों और व्यक्तियों का नजर रखी जाएगी. सार्वजनिक क्षेत्रों पर बाहर से आने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की जा सकती है.
- बता दें उपचुनाव के लिए तीन नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इस दिन 63 लाख 51 हजार से ज्यादा मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. इसके लिए 9,361 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, मतदान के लिए 56,000 से ज्यादा कर्मचारी ड्यूटी में लगेंगे. उधर वोटिंग के पहले चुनाव आयोग ने निगरानी और बढ़ा दी है.