सागर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बीना पहुंचकर वर्षा प्रभावित फसलों का जायजा लिया. निरीक्षण के बाद शिवराज ने कहा कि ओलावृष्टि से प्रदेश के 20 जिलों में व्यापक नुकसान हुआ है. किसान काफी परेशानी में हैं. प्रदेश सरकार उनको संकट से बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. नुकसान का सर्वे कराने के बाद उन्हें हरसंभव मदद की जाएगी.
सीएम ने किया निरीक्षण: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रूसल्ला गांव पहुंचे. यहां खेतों में जाकर उन्होंने फसलों का जायजा लिया. किसानों को ढांढस बंधाते हुए उन्होंने कहा, 'प्रदेश सरकार संकट की घड़ी में किसानों के साथ है. हम किसानों की आंखों में आंसू नहीं आने देंगे. किसान दिन-रात मेहनत करते हैं. खून-पसीना बहाते हैं, तब बड़ी मुश्किल के बाद फसल तैयार होती है. ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीदें धूमिल होती हैं, इसलिए उनकी आंखों से आंसू आना जायज है. लेकिन शिवराज सिंह संकट की घड़ी में किसानों के साथ खड़ा है. चिंता की कोई बात नहीं है.'मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश से फसलों का नुकसान हुआ है. 3 विभागों के संयुक्त दल द्वारा सर्वे करने के बाद किसानों को जल्द मुआवजा राशि दी जाएगी.
ओलावृष्टि प्रभावित जिलों के लिए घोषणा:मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं, चना, मसूर की फसल प्रभावित होने पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपए की राशि दी जाएगी. फसल बीमा का कार्य साथ-साथ चलेगा. फसलों का सर्वे सेटेलाइट से कराने के निर्देश दिए गए हैं. बिजली गिरने से जिन किसानों की मृत्यु हुई है, उनके परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.