MP Sagar: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे ऊंची 30 फीट प्रतिमा का अनावरण - लखनऊ में प्रतिमा की ऊंचाई 25 फीट
बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. सागर देश का वह शहर बन गया है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित की गई है. अष्टधातु से बनी 7 टन की प्रतिमा 30 फीट ऊंची है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे ऊंची 30 फीट प्रतिमा का अनावरण
By
Published : May 8, 2023, 8:16 AM IST
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे ऊंची 30 फीट प्रतिमा का अनावरण
सागर।पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह और राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने सागर के अटल पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया. एक करोड़ रुपए की लागत से बनी ये प्रतिमा वर्तमान में देश में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री की सभी प्रतिमाओं में सबसे ऊंची मानी गई है. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा बनवाई गई यह प्रतिमा ग्वालियर के मूर्तिकार प्रभात राय द्वारा एक करोड़ की लागत से तैयार की गई है.
लखनऊ में प्रतिमा की ऊंचाई 25 फीट:सागर में प्रतिमा के अनावरण के पहले लखनऊ में स्थापित अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा सबसे ऊंची थी, जो करीब 25 फीट ऊंची थी. प्रतिमा का निर्माण जयपुर में किया गया था. अनावरण मौके पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि अटल जी युगपुरुष थे, इतिहास पुरुष थे. उनके लिए विशेषण कम पड़ जाते हैं. यह सागरवासियों के लिए स्मरणीय व गौरव का दिन है. जब हम अटल जी की प्रतिमा के अनावरण का आयोजन देख रहे हैं. मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि यह मोबाइल युग स्मृति क्षरण का युग है. सबकी स्मृतियां क्षीण हो रही हैं. ऐसे में ये प्रतिमा पीढ़ियों को अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व याद दिलाएगी.
अनावरण मौके पर मंत्री हुए भावुक :गोपाल भार्गव ने 1974 में जबलपुर की अटलजी की सभा का स्मरण किया, जब उनके आह्वान पर महिलाओं ने अपने आभूषण तक दान की चादरों में डाल दिए थे. उन्होंने कहा कि हमने रहली में अटल जी की स्मृति में अटल सेतु बनाया है. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि महामानव अटलजी की प्रतिमा के अनावरण का क्षण उनके लिए भावनात्मक है. मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे अनेक बार अटल जी के चरण छूने का अवसर मिला. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अटलजी का कहा यथार्थ हो जाता था. 6 अप्रैल 1980 को जब भाजपा की स्थापना हुई, तब मुंबई अधिवेशन में उनके अध्यक्षीय भाषण को प्रत्यक्ष सुनने का अवसर मिला.
अटलजी का हर वाक्य यथार्थ :अटलजी ने 43 साल पहले कहा था कि “सूरज निकलेगा, अंधेरा छटेगा, कमल खिलेगा “ और आज देखिए कि देश के कोने-कोने में कमल खिला हुआ है. राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने अटल जी की सागर के नमक मंडी में हुई सभा का स्मरण करते हुए कहा कि उस सभा को सुनने के लिए जनता को उमड़ते देखना ही आश्चर्य का विषय था. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि यह विराट प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने का काम करेगी. अटल जी ऐसे नेता थे, जिनका कोई विरोधी नहीं था.