सागर। मध्य प्रदेश सरकार ने 2016 में भोपाल सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा जेल ब्रेक के बाद कैदियों को बाहर से मिलने वाले सामान की तमाम तरह की सुविधाएं बंद कर दी थीं. यहां तक कि कैदियों को मिलने वाली जेल कैंटीन की सुविधा भी बंद कर दी थी, लेकिन अब जेल विभाग धीरे-धीरे करके सभी जेलों में ये सुविधा शुरू करने जा रहा है. प्रयोग के तौर पर सबसे पहले प्रदेश की सभी सेंट्रल जेल में ये सुविधा शुरू की गयी है. फिर जिला जेल के बाद तमाम उपजेल में कैंटीन सुविधा शुरू की जाएगी. इस सुविधा के तहत कैदी के परिजन जेल कैंटीन में 1500 रुपए तक जमा कर सकेंगे और फिर कैदी आवेदन देकर सामान मंगा सकेगा. हालांकि, जेल विभाग द्वारा तय सूची के तहत कैंटीन का सामान कैदियों को मिलेगा.
सिमी जेल ब्रेक के बाद बंद हुई थी सुविधा: जेल विभाग द्वारा कैदियों को जेल में ही जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए कैंटीन की सुविधा मुहैया कराई गई थी. लेकिन 2016 में दीपावली के दिन भोपाल सेंट्रल जेल में बंद प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्यों द्वारा जेल ब्रेक किए जाने के बाद यह सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई थी. जेल में कैदियों को किसी तरह से बाहर की सामग्री नहीं दी जाती थी. करीब 6 साल तक यह सुविधा बंद रहने के बाद जेल विभाग ने इस सुविधा को नए सिरे से शुरू करने का फैसला किया और प्रयोग के तौर पर सबसे पहले प्रदेश की तमाम सेंट्रल जेल में यह सुविधा शुरू की गई है.
सेंट्रल जेल के बाद जिला जेल में भी शुरू हुई सुविधा:जेल विभाग द्वारा ये फैसला लिए जाने के बाद कैदियों को फिर से जेल कैंटीन की सुविधा दी जाएगी. यह सुविधा सबसे पहले प्रायोगिक तौर पर सेंट्रल जेल में शुरू की गई. प्रदेश की तमाम सेंट्रल जेल में जेल कैंटीन से 1 कैदी एक हजार रुपए तक का सामान ले सकता था. प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई ये सुविधा की समीक्षा के बाद जेल विभाग ने जहां 1 हजार से राशि बढ़ाकर 1500 रुपए कर दी है. वहीं जेल विभाग ने सेंट्रल जेल के बाद जिला जेलों में भी ये सुविधा शुरू कर दी है.
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