सागर।बीना के आगासौद थाना के कठाई गांव के पास बीना पीजी कॉलेज में पदस्थ लैब टेक्नीशियन आरके वशिष्ठ का शव का राज पुलिस ने खोल दिया है. पुलिस के लिए हत्या की वारदात चुनौती बन गई थी. हत्यारों का पता लगाने एसपी अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में एसडीओपी बीना और थाना प्रभारी की टीम गठित की गई. पुलिस टीम ने दो दिन में ही हत्यारों का पता लगा लिया. हत्या को अंजाम देने वाले संतोष लोधी और चचेरे भाई उदयभान लोधी को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल, हत्या के आरोपी पहले मृतक के घर अपने परिवार के साथ किराये से रहता था. किराएदार संतोष को शक था कि वशिष्ठ के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध हैं.
शव के दोनों हाथ बंधे थे :दरअसल, बीते गुरुवार को आगासौद रोड के कठाई गांव के पास एक अज्ञात शव पड़े होने की सूचना पुलिस को मिली थी. शव के दोनों हाथ तौलिया से बंधे थे. पुलिस ने शव की तलाशी ली तो उसके जेब से पहचान पत्र मिला. जिसमें रामकिशोर वशिष्ठ (60) शासकीय पीजी कॉलेज में लैब टेक्नीशियन लिखा था. शव के शरीर पर चोटों के निशान भी थे. घटनास्थल से करीब 100 की दूरी पर दो जोड़ी चप्पल, एक थैला जिसमें एक बका एवं बिना सिम का मोबाइल मिला, जो बंद था. पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
सीसीटीवी से मिला सुराग :सागर एसपी अभिषेक तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पुलिस ने सबसे पहले बीना में सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया. जिसमें पता चला कि मृतक अंतिम बार संतोष लोधी को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाये हुये है. मृतक और संदेही संतोष लोधी की कॉल डिटेल निकाली और मुखबिरों से जानकारी इकट्ठा की गई. जिसमें पाया कि आरोपी संतोष लोधी अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर घटना के दिन से फरार है. जिसे पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी संतोष लोधी और उदयभान लोधी से अलग-अलग पूछताछ की, जिसमें आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया.