सागर।चुनाव के लिए चंद महीने बाकी रह गए हैं और मध्यप्रदेश में सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है. आलम ये है कि आरोप-प्रत्यारोप का दौर चरम पर है और भाषा की मर्यादा टूट रही हैं. हाल ही में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने बुंदेलखंड इलाके का दौरा किया था और सागर जिले की तीनों मंत्रियों गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत पर जमकर निशाना साधा था. हालांकि उस दौरान गोपाल भार्गव महाकौशल के दौरे पर थे और कमलनाथ के गढ़ में सेंधमारी की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब अपने विधानसभा क्षेत्र में लौट कर उन्होंने बड़ी बात कही है. उन्होंने जहां विरोध करने वाले कांग्रेसियों को आईना दिखाया है, तो दूसरी तरफ कहा है कि "दिग्विजय सिंह अकेले में हमेशा मेरी तारीफ करते हैं. हो सकता है कि बैठक के दौरान कांग्रेसियों के सामने ऐसा बोल दिया हो. जिस तरह से मेरे क्षेत्र में कांग्रेसी मंच लगाकर मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोलते हैं, अगर चाहूं तो चीटियों सा मसल दूं."
क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने:पिछले दिनों दिग्विजय सिंह बुंदेलखंड के 3 दिनों के दौरे पर आए थे. इस दौरान वे सागर जिले की 8 विधानसभा में से उन 6 विधानसभाओं की तैयारियों की समीक्षा करने आए थे, जहां कांग्रेस के विधायक नहीं हैं. इन 6 विधानसभाओं में 3 विधानसभा शिवराज सरकार के दिग्गज मंत्रियों की थी, जिनमें गोपाल भार्गव की रेहली, भूपेंद्र सिंह की खुरई और गोविंद सिंह राजपूत की सुरखी शामिल हैं. दिग्विजय सिंह ने तीनों मंत्रियों पर जमकर निशाना साधा था और गंभीर आरोप लगाए थे, उनके निशाने पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और भूपेंद्र सिंह तो थे ही, लेकिन उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने गोपाल भार्गव पर आरोप लगाया कि "गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेसियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उन पर जबरन केस लगाए जा रहे हैं और तरह-तरह से प्रताड़ना दी जा रही है."