सागर।नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के बयान (Urban Administration Minister Bhupendra Singh statement) के बाद अब विधानसभा क्षेत्र खुरई को जिला बनाए जाने की चर्चा जोर पकड़ती नजर आ रही है. मत्री के बयान के आधार पर अगर खुरई जिला बनता है, तो विदिशा और सागर जिले को तोड़कर बनाया जाएगा. इसके पहले खुरई की पड़ोस वाली विधानसभा बीना में खुरई को जिला बनाए जाने का विरोध होने लगा है. स्थानीय लोग सोशल मीडिया पर विरोध जता रहे हैं. इस मुद्दे पर नगरीय प्रशासन मंत्री ने भी अब चुप्पी साध ली है. ऐसे में माना जा रहा है कि, यह एक चुनावी स्टंट हो सकता है. (MP Mission 2023)
खुरई को जिला बनाने की चर्चा:हाल ही में धनतेरस के दिन नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई में बांधनी को तहसील का दर्जा दिया गया है. इस कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री ने एक बार फिर खुरई को जिला बनाने की चर्चा छेड़ दी. उन्होंने कहा कि, "मैं सिर्फ खुरई का विकास करना चाहता हूं और खुरई लगातार विकास कर रही है. जल्द ही खुरई को जिला बनाने की कोशिश की जाएगी. बीना-खुरई को एक साथ मिलाकर विकास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि, खुरई को जिला बनाने के लिए सभी संसाधन मौजूद हैं".
किस आधार पर बनाया जाएगा खुरई को जिला:जिस प्रस्ताव के आधार पर खुरई को जिला बनाए जाने की चर्चा हो रही है. उस प्रस्ताव में सागर और विदिशा जिले की तहसीलों को तोड़कर खुरई को जिला बनाने की बात हो रही है. खुरई को जिला बनाने के लिए 6 तहसीलों को शामिल करने का प्रस्ताव है. जिसमें खुरई, बीना के अलावा विदिशा की कुरवाई और पठारी के अलावा खुरई विधानसभा की मालथौन और बांदरी तहसील को शामिल किया जा सकता है. इन सभी तहसीलों की जनसंख्या 8 लाख के ऊपर है. जहां तक सागर से खुरई और बीना को हटाए जाने की बात है, तो इस तर्क के आधार पर सटीक बैठती है कि, सागर से खुरई की दूरी 55 किमी और बीना की दूरी सागर से 77 किमी के ऊपर है.
सागर में किया बात करने से इनकार:मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में खुरई को जिला बनाने की चर्चा तो छेड़ दी, लेकिन 27 अक्टूबर को जब सागर में एक प्रेस वार्ता में उनसे खुरई को जिला बनाए जाने पर सवाल पूंछा गया, तो उन्होंने ये कह कर टाल दिया कि, अभी सागर की बात करें. सागर के अलावा कहीं और की बात नहीं करें.