सागर।एमपी के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी के रैपुरा गांव दलितों के घर पर चले बुलडोजर मामले में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है. पहले तो जहां मामले को लेकर कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह घटनास्थल पर ही धरने पर बैठे. जिसके बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. बसपा सुप्रीमो व उत्तरप्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है. (Mayawati Entry in MP Politics)
मायावती के निशाने शिवराज सरकार: बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश सरकार की विध्वंसकारी द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर व स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब पीएम आवास योजना के अन्तर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है. जो अति-निन्दनीय है. इसी क्रम में सागर जिले में पीएम योजना के तहत बने सात दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक. (Mayawati Said Bulldozer Politics Bad)
धरने पर बैठे दिग्विजय: बता दें इस मामले की जानकारी जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मिली तो वह तुरंत रैपुरा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनसे बात की. सब कुछ जानने के बाद वन विभाग और प्रशासन की कार्रवाई से नाराज दिग्विजय सिंह मौके पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक कलेक्टर, एसपी और डीएफओ आकर उनसे बात नहीं करते वे यहां से नहीं हटेंगे. दिग्विजय सिंह के धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते हुई एसपी-कलेक्टर तुरंत मौके पर पहुंचे. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों को आवासीय पट्टा देने, नए सिरे से मकान बनवाने और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की.