सागर। चिटफंड कंपनियों में जमा पैसा वापस नहीं मिलने पर पीड़ितों ने एक राजनीतिक पार्टी बनाई है. उनका आरोप है कि वह बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारों से कई बार पैसे वापस करने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने भी उनकी मांगों पर विचार नहीं किया.
चिटफंड कंपनियों से नहीं वापस मिला पैसा तो बनाया सियासी दल, चुनावी मैदान में उतरेगा लोक सेवा दल
सैकड़ों की संख्या में चिटफंड कंपनियों के निवेशकों ने एक रैली निकालकर वर्तमान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान पैसा वापस दिलाने की मांग करते हुये रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन भी किया. दुबे ने यह भी बताया कि सागर में ही 10,000 से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं जिनका चिटफंड कंपनियों में पैसा फंसा हुआ है.
मांगों को लगातार दरकिनार होते देख निवेशकों ने भारतीय लोक सेवा नाम से एक दल बनाया है. इसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभय दुबे ने दावा किया कि उनकी पार्टी इस लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशी उतारने की कोशिश करेगी जो कि जीतने के बाद संसद में पहुंचकर उनकी मांगों को उठाएंगे और सालों से रुके हुए उनकी गाढ़ी कमाई के पैसों को चिटफंड कंपनियों से वापस दिलाएंगे.
सैकड़ों की संख्या में चिटफंड कंपनियों के निवेशकों ने एक रैली निकालकर वर्तमान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान पैसा वापस दिलाने की मांग करते हुये रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन भी किया. दुबे ने यह भी बताया कि सागर में ही 10,000 से ज्यादा ऐसे निवेशक हैं जिनका चिटफंड कंपनियों में पैसा फंसा हुआ है. वहीं मध्यप्रदेश में इस तरह के लाखों निवेशक हैं, जबकि देशभर में ऐसे निवेशकों की संख्या करोड़ों में है और यही निवेशक चुनाव में भारी बहुमत से लोक सेवा दल को जिताएंगे.