सागर। एक बुजुर्ग की पेंशन सरकारी कागजों में उलझ गई है. बुजुर्ग को कभी पेंशन मिलती थी, लेकिन एक कागज में उसे मृत घोषित कर दिया गया और उसकी पेंशन बन्द हो गई. खास बात ये भी है कि समग्र आईडी में मृत होने पर भी एक महीने की पेंशन मिली और फिर बन्द हो गई. पीड़ित ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि पेंशन दे दो, वो अभी जिंदा है. इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों ने जांच की बात कही है.
सरकारी दफ्तरों में दस्तक दे रहा 'भूत', कह रहा- मरा नहीं हूं साहब, मारा गया हूं
सागर जिले की जैसीनगर जनपद पंचायत के कटंगी गांव में कर्मचारियों ने 64 साल के जीवित व्यक्ति को समग्र परिवार पोर्टल पर मृत बताकर उसकी पेंशन राशि जारी कर दी, लेकिन बाद में एक बार फिर मृत घोषित कर पेंशन राशि रोक दी.
सागर जिले की जैसीनगर जनपद पंचायत के कटंगी गांव में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा 64 साल के बुजुर्ग भुगत रहा है क्योंकि बुजुर्ग को समग्र परिवार पोर्टल पर मृत दर्ज कर दिया गया, जिसके चलते उसकी पेंशन बंद कर दी गई. अब बुजुर्ग घूम-घूम कर अधिकारियों को बता रहा है कि वह जिंदा है, उसे पेंशन दे दो.
अधिकारियों ने जिस व्यक्ति के साथ जिंदा करने और मारने का खेल खेला है, वो असल में जिंदा है और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर खुद को कागजों में जिंदा कराने की गुहार लगा रहा है. ताकि उसे वृद्धा पेंशन मिल सके. आवेदक टीकाराम लोधी ने सागर कलेक्टर से लिखित शिकायत की है. वहीं जैसीनगर जनपद सीईओ चेतना पाटिल का कहना है कि मीडिया के जरिए उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है, जिसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.