सागर। मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे प्रदेश की सियासत में नेताओं के अजीबोगरीब बयान भी सामने आ रहे हैं. पीडब्लूडी मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे और भाजपा नेता अभिषेक भार्गव, सागर की सुरखी विधानसभा में एक चुनावी सभा कर रहे थे. तभी जनता को संबोधित करते हुए अभिषेक भार्गव ने कहा कि नेताओं के घरों में नोट बरसते हैं. अभिषेक के इस बयान पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं और चुनाव आयोग से मामले को संज्ञान में लेने की अपील चुनाव आयोग से की है.
भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के सर्मथन में जनसभा कर रहे मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने कहा कि, गोविंद सिंह राजपूत पॉवर में हो या ना हों लेकिन जनता के हितों की लड़ाई लड़ते रहे, गोविंद सिंह राजपूत ने जनता का कभी साथ नहीं छोड़ा. अभिषेक भार्गव ने कहा कि जिन नेताओं को बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो डेढ़ साल तक अपने क्षेत्र में नजर नहीं आये. लेकिन जैसे ही चुनाव आया तो ऐसे स्वार्थी नेता जनता के बीच जाकर जनता के हाथ-पैर जोड़ने लगे.
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अभिषेक भार्गव ने कहा कि नेता सरपंची तक का पद नहीं छोड़ते हैं, विधायक और मंत्री की बात तो बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि कोई भी नेता पैसों के लालच में विधायक और मंत्री पद नहीं छोड़ सकता है. इसके बाद बीजेपी नेता ने कहा कि मंत्री के घरों में पैसे बरसते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह तो मंत्री को तय करना है कि पैसे भरने या बांटने हैं.
दरअसल, अभिषेक मंच से पैसे लेकर बिकने के आरोपों का जिक्र कर रहे थे, जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद नेताओं पर लग रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में गोविंद सिंह राजपूत मंत्री रहे उन्हें पैसों का क्या लालच होगा, मंत्री के घर में तो पैसों की बारिश होती है.