सागर। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में हो रही हिंसा को देखते हुए अब बीजेपी ने भी मोर्चा संभाल लिया है. इसी क्रम में सागर में बीजेपी सांसद राजबहादुर सिंह और पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने प्रेस कॉफ्रेस कर सीए के पक्ष में मत रखा. इस दौरान भूपेंद्र सिंह ने देश में हो रही हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लिया है.
सीएए हिंसा पर बोले पूर्व गृहमंत्री
पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोथ वे राजनीतिक दल कर रहे हैं. जो अलग-अलग कारणों से सरकार को घेरना चाहते हैं. इस कानून का विरोध तो एक बहाना है. उन्होंने कहा कि यह कानून देश की किसी भी जाति, धर्म के खिलाफ नहीं है. बल्कि उन अल्पसंख्यकों को राहत प्रदान करता है, जो तीन पड़ोसी राष्ट्रों से प्रताड़ित होकर भारत आने के लिए मजबूर हुए हैं.
देश में फैलाई जा रही बड़ी भ्रांति
भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा एक बहुत बड़ी भ्रांति फैलाई जा रही है कि नागरिकता संशोधन कानून देश के मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है. जबकि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सार्वजनिक मंचों से स्पष्ट कर चुके हैं कि देश में किसी भी धर्म के नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है. केन्द्र सरकार सभी को सुरक्षा और समान अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध है. यह संशोधित कानून नागरिकता देने के लिए है, किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं. जो इस देश के मुसलमान हैं, उन्हें किसी भी तरह से चिंता करने की जरूरत नहीं है.
कुतर्कों के आधार पर हो रहा विरोध
विधायक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि देश के कुछ हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून का जो भी विरोध हो रहा है, वह कुतर्कों के आधार पर हो रहा है. विपक्ष एक भी ऐसा तर्क नहीं दे पा रहा, जो सत्य हो. यह कानून भारत में रहने वाले किसी भी भारतीय से संबंध ही नहीं रखता. इसलिए इसमें विवाद का कोई विषय ही नहीं है. दलितों के नाम पर राजनीति करने वाले कांग्रेस सहित दूसरे विपक्षी दलों को सीएए पर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले देश में सालों से शरणार्थी का जीवन जी रहे उन दलितों को देखना चाहिए, जिनके जीवन में सीएए नया उजाला लाया है.