सागर। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर सागर में दक्षिण वन मंडल ने कार्यक्रम का आयोजन किया. यह कार्यक्रम शहर के पास सिटी फॉरेस्ट में आयोजित किया गया, कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में केवल वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित सागर न्यायालय के डिस्ट्रिक्ट जज और न्यायाधीश मौजूद रहे.
वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी न्यायालय के डिस्ट्रिक्ट जज रहे मौजूद विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वनों की रक्षा और उनके महत्व पर परिचर्चा करते हुऐ मुख्य अतिथि डिस्ट्रिक्ट जज के पी सिंह सहित मुख़्य वन संरक्षक अमित दुबे ने अपने विचार व्यक्त किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी सिद्ध पुरुष हो चाहे वह भगवान गौतम बुद्ध हों या महावीर स्वामी या अन्य कई ऐसे योगी हैं जिन्हें ज्ञान की प्राप्ति, सिद्धि किसी न किसी पेड़ के नीचे ही प्राप्त हुई है जो कि पेड़ों के महत्व को दर्शाती हैं.
कोरोना संक्रमण के दौरान हर कोई अपने घर में है. जिससे प्रकृति पूरी तरह से स्वच्छ और स्वस्थ्य हो गई है. ऑक्सीजन का स्तर बढ़ रहा है और प्रदूषण कम हुआ है. हमें ऐसी स्थिति बनाए रखना है लोगों को पेड़ों के महत्व के बारे में जानना होगा, समझना होगा, ताकी लोग पेड़ों को न काटें.
उन्होंने कहा की हमारे घरों मे जितनी भी खाली जगह है. वहां पेड़-पौधे लगाएं, जो आने वाली पीढ़ी के लिए भी लाभदायक होगा. इस दौरान वनों की अवैध कटाई करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए कानूनी बारीकियां जिला न्यायाधीश के पी सिंह ने बताई. कार्यक्रम के अंत में दक्षिण वनमंडल अधिकारी महेंद्र सिंह उइके ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए सिटी फॉरेस्ट में सभी के नाम से एक वृक्षारोपण कराया.